देबायन मुखर्जी
कोलकाता, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत की महिला निशानेबाज अंजुम मोदगिल को कोविड-19 के कारण पैदा हुए हालात में एक भी टूर्नामेंट न खेलने का सफर तय करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण सभी खेल गतिविधियां रूकी हुई हैं। अगर कोरोनावायरस नहीं आया होता तो अंजुम टोक्यो ओलम्पिक की तैयारी में पसीना बहा रही होतीं।
अंजुम ने सोमवार को आईएएनएस से कहा, “मुझे नहीं लगता कि हमारे पास आगे के लिए कुछ है क्योंकि सुधार करने की प्रक्रिया लगातार जारी रहती है। यह किसी टाइमलाइन के तहत नहीं आती इसलिए हम हमेशा अलग-अलग तरह की स्किल्स और अलग तरह की स्थितियों को लेकर ट्रेनिंग कर सकते हैं।”
26 साल की मोदगिल ने स्पोटर्स साइकोलॉजी में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
उन्होंने कहा, “एक खिलाड़ी को सकारात्मक होना चाहिए और यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि यह एक सफर है ना कि कोई एक टूर्नामेंट।”
अंजुम ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरी भावनाएं मेरे नियंत्रण में हैं।”
अंजुम हालांकि हाल ही में ऑनलाइन निशानेबाजी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकी थीं, लेकिन उन्होंने कहा कि यह इस समय के लिहाज से शानदार पहल है।
अंजुम ने कहा, “मैंने ऑनलाइन टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था क्योंकि मेरे पास इलेक्ट्रोनिक टारगेट नहीं था। मुझे लगता है कि इस ड्राय पीरियड में मैच के माहौल को बनाए रखने के लिए यह अच्छी पहल है और अच्छी बात है कि पूरे विश्व से लोग इसमें हिस्सा ले रहे हैं।”
इस समय कई निशानेबाज ड्राय ट्रेनिंग कर रहे हैं। अंजुम भी इसी में हाथ आजमा रही हैं।
उन्होंने कहा, “अभी तो सिर्फ ड्राय ट्रेनिंग चल रही है। हमें नहीं पता कि हमें कब रेंज पर जाने का मौका मिलेगा। मैं अपने ट्रेनर के साथ फिजिकल ट्रेनिंग कर रही हूं।”
अंजुम एक शानदार पेंटर भी हैं और इस समय पेंटिंग के अलावा वह खाना बनाना और डांस भी कर रही हैं।
उन्होंने कहा, “मैं अपने घर में परिवारों वालों के साथ, गेम खेलते हुए, पेंटिंग करते हुए समय बिता रही हूं। साथ ही खाना बनाना और डांस भी सीख रही हूं।”
–आईएएनएस