लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, झारखंड: वर्तमान सांसद, उम्मीदवार, मतदान तिथि और चुनाव परिणाम

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लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, झारखंड: वर्तमान सांसद, उम्मीदवार, मतदान तिथि और चुनाव परिणाम

झारखंड के 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के रामेश्वर ओरेन को करीबी मुकाबले में हराया था। तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार चमरा लिंडा तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने फिर से केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत पर भरोसा जताया है। वहीं, कांग्रेस ने सुखदेव भगत को मैदान में उतारा है।

लोहरदगा लोकसभा सीट पर चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान होने हैं।


कोयल, शंख, नंदिनी, चौपाट, फुलझर नदियों से घिरा लोहरदगा झारखंड के दक्षिण पश्चिम में है। जिला मुख्यालय होने के कारण यहां पर सभी प्रमुख प्रशासनिक कार्यालय हैं। जैन पुराणों के अनुसार भगवान महावीर ने लोहरदगा की यात्रा की थी। सम्राट अकबर पर लिखी पुस्तक आयने अकबरी में भी इस क्षेत्र का उल्लेख किया गया है। इस इलाके में छोटे-छोटे पहाड़ , जंगल और झरने हैं जिनकी वजह से यहां खूबसूरत नजारे दिखाई देते हैं। यहां का लावापानी जलप्रपात पर्यटकों को खूब लुभाता है। अपने समृद्ध खनिज भंडार जैसे बॉक्साइट और लेटराइट के कारण यह इलाका प्रसिद्ध है। हालांकि, खनिज भंडार के बावजूद इस इलाके की पहचान आर्थिक रूप से पिछड़े इलाके में होती है।

लोहरदगा लोकसभा सीट का इतिहास

झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से एक लोहरदगा सीट भी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यह सीट रांची, गुमला और लोहरदगा जिले में फैली हुई है। यह पूरा इलाका भी रेड कॉरिडोर का हिस्सा है। लोहरदगा लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर होती है। 1962 में इस सीट पर कांग्रेस के डेविड मुंजिन जीते थे। इसके बाद कांग्रेस के टिकट पर ही कार्तिक ओरेन लगातार दो बार (1967 और 1971) जीते। हालांकि, 1977 का चुनाव कार्तिक हार गए और जनता पार्टी लालू ओरेन जीतने में कामयाब हुए। 1980 में कार्तिक ओरेन ने फिर इस सीट पर जीत दर्ज की। 1984 और 1989 में कांग्रेस के ही टिकट पर सुमति ओरेन जीतीं।

1991 में इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला और उसके प्रत्याशी ललित ओरेन जीते। 1996 में भी ललित ओरेन ने बीजेपी का भगवा पताका फहराया। 1998 में कांग्रेस के इंद्र नाथ भगत जीतने में कामयाब हुए। 1999 में बीजेपी के दुखा भगत जीते। 2004 में कांग्रेस के रामेश्वर ओरेन जीते। 2009 और 2014 का चुनाव बीजेपी के सुदर्शन भगत जीते।


लोहरदगा संसदीय सीट का समीकरण

लोहरदगा सीट पर अनुसूचित जनजाति का खास दबदबा है। इस लोकसभा सीट के अन्तर्गत पांच विधानसभा सीट आती हैं – मान्डर, गुमला, लोहरदगा, सिसई, बिशुनपुर। 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने तीन सीटों (मान्डर, गुमला, सिसई), झामुमो ने एक सीट (बिशुनपुर) और आजसु पार्टी (लोहरदगा) पर जीत दर्ज की थ। यह सभी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। लोहरदगा लोकसभा सीट पर अनुसूचित जाति की तादाद करीब 2.69 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की तादात करीब 64.04 है। इस सीट की 96 फीसदी आबादी गांवों में रहती है। इस सीट पर मतदाताओं की संख्या 11.19 लाख है, इसमें 5.78 लाख पुरुष और 5.40 लाख महिला मतदाता शामिल हैं।

2014 का लोकसभा चुनाव

2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के सुदर्शन भगत ने कांग्रेस के रामेश्वर ओरेन को करीबी मुकाबले में हराया था। सुदर्शन भगत को 2.26 लाख और रामेश्वर ओरेन को 2.20 लाख वोट मिले थे। चुनाव में 16185 लोगों ने सभी उम्मीदवारों को खारिज करनेवाला नोटा का बटन दबाया था। कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ रामेश्वर उरांव मात्र 6489 वोटों से चुनाव हार गये थे। मतदाताओं का यह रुझान कांग्रेस को काफी खला था। इस सीट पर करीब 58 फीसदी मतदान हुआ था।

निवर्तमान सांसद: सुदर्शन भगत

2014 लोकसभा चुनाव के नतीजे

सुदर्शन भगत (बीजेपी ) – 2,26,666
रामेश्वर ओरोन (कांग्रेस) – 2,20,177
चमरा लिंडा (तृणमूल कांग्रेस) – 1,04,176

2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार

  • सुदर्शन भगत, बीजेपी
  • सुखदेव भगत, कांग्रेस

चौथे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां

अधिसूचना  जारी 2 अप्रैल
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 9 अप्रैल
नामांकन पत्र की जांच 10 अप्रैल
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 12 अप्रैल
मतदान की तारीख 29 अप्रैल
मतगणना की तारीख 23 मई

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