बिहार का पश्चिम चंपारण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के डॉ. संजय जायसवाल ने जेडीयू उम्मीदवार और फिल्म निर्देशक प्रकाश झा को हराया था। वहीं आरजेडी के रघुनाथ झा तीसरे स्थान पर रहे। डॉ. संजय जायसवाल ने 2009 के चुनाव में भी इस सीट से जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी ने फिर से डॉ. संजय जायसवाल पर ही भरोसा जताया है। वहीं, महागठबंधन खेमे से रालोसपा के डॉ. ब्रजेश कुमार कुशवाहा को टिकट दिया गया है।
पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट पर छठे चरण में 12 मई को वोट डाले जाने हैं।
हिमालय के तराई इलाके में बसा बिहार का यह ऐतिहासिक जिला जल एवं वनसंपदा से परिपूर्ण है। उत्तर प्रदेश और नेपाल की सीमा से लगा यह क्षेत्र भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान काफी सक्रिय रहा है। इसी धरती से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ नील आंदोलन से सत्याग्रह की मशाल जलाई थी।
बेतिया जिले का मुख्यालय इस शहर में हैं। यहां का वाल्मीकि नगर देवी सीता की शरणस्थली होने से अति पवित्र है। राजा जनक के समय यह तिरहुत प्रदेश का अंग था जो बाद में छठी सदी ईसा पूर्व में वैशाली के साम्राज्य का हिस्सा बन गया। गंडक और सिकरहना तथा इसकी सहायक नदियों के पास होने से पश्चिमी चंपारण जिले की मिट्टी उपजाऊ है। कृषि और छोटे-छोटे गृह उद्योग ही यहां के लोगों के रोजगार के प्रमुख माध्यम हैं। अच्छी गुणवत्ता के बासमती चावल और गन्ने के उत्पादन के लिए ये जिला मशहूर है।
पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट का इतिहास
2002 के परिसीमन के बाद 2008 में वाल्मिकी नगर और पश्चिमी चंपारण दो अलग-अलग सीटों के रूप में अस्तित्व में आईं। इससे पहले पश्चिम चंपारण का अधिकांश हिस्सा बेतिया सीट के तहत आता था। परिसीमन के बाद 2009 और 2014 के चुनावों में बीजेपी के संजय जायसवाल ने इस सीट से जीत हासिल की। डॉ. संजय जायसवाल के पिता डॉ. मदन प्रसाद जायसवाल भी लोकसभा सांसद रह चुके हैं।
2014 का लोकसभा चुनाव
2014 के चुनाव में पश्चिम चंपारण लोकसभा सीट से बीजेपी के डॉ. संजय जायसवाल ने जेडीयू उम्मीदवार और फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा को हराया था। प्रकाश झा इस सीट से दूसरी बार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में जीत बीजेपी के हाथ लगी। बीजेपी उम्मीदवार डॉ. संजय जायसवाल को 3,71,232 वोट मिले थे जबकि प्रकाश झा को 2,60,978 वोट मिले थे। वहीं आरजेडी के रघुनाथ झा को 1,21,800 वोट मिले थे। डॉ. संजय जायसवाल ने 2009 के चुनाव में भी प्रकाश झा को हराकर इस सीट से जीत हासिल की थी।
पश्चिम चंपारण संसदीय सीट का समीकरण
पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र के तहत विधानसभा की छह सीटें आती हैं – बेतिया, नौतन, चनपटिया, रक्सौल, नरकटिया और सुगौली। इनमें रक्सौल, नरकटिया और सुगौली पूर्वी चंपारण में है। जबकि बेतिया, नौतन और चनपटिया पश्चिमी चंपारण जिले में आती है। 2015 के विधानसभा चुनाव में 6 विधानसभा सीटों में से 4 बीजेपी ने जीते थे जबकि 1-1 सीट आरजेडी और कांग्रेस के हाथ आई थी। यहां पर मतदाताओं की कुल संख्या 23 लाख 96 हजार 650 हैं।
यहाँ वैश्य, यादव-मुस्लिम, ब्राह्मण के बाद यहां कोईरी-कुर्मी वोट अधिक हैं। प्रत्याशियों की जीत-हार वोटरों को समेट कर रखने व विपक्षियों के आधार में सेंध लगाने पर टिकी है। 2014 में पूर्वी चंपारण के विधानसभा ने डॉ. संजय जायसवाल को जिताया था। हालांकि उनके अपने गृह शहर बेतिया व उससे सटे चनपटिया में कम वोट मिले थे।
निवर्तमान सांसद: डॉ. संजय जायसवाल
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
डॉ. संजय जायसवाल, बीजेपी – 3,71,232
प्रकाश झा, जदयू – 2,60,978
रघुनाथ झा, राजद – 1,21,800
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
- डॉ. संजय जायसवाल, बीजेपी/एनडीए
- डॉ. ब्रजेश कुमार कुशवाहा, रालोसपा /महागठबंधन
छठे चरण के चुनाव लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अधिसूचना जारी | 10 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 16 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 23 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 24 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 12 मई |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
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