Kisan Diwas: केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर जारी आंदोलन के बीच आज किसान दिवस मनाया जा रहा है। किसान आंदोलन का आज 28 वां दिन है। 28 वें दिन भी किसानों का केंद्र सरकार के कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ आंदोलन जारी है।
किसान लगातार कृषि कानूनों के रद्द करने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। देश की राजधानी में कड़ाके की सर्दी में किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं, केंद्र सरकार की ओर से बातचीत के लिए भेजी गई चिट्ठी पर किसान संगठन आज फैसला लेंगे। फिलहाल केन्द्र सरकार और किसानों के बीच कोई हल नहीं निकल पाया है।
वहीँ किसान दिवस (Farmers’ Day) के मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सभी किसानों का अभिनंदन किया है। साथ ही कहा है कि सरकार किसानाेेंं से बात कर रही है, वे जल्द ही अपने आंदोलन को वापस लेंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा –
“किसान दिवस पर मैं देश के सभी अन्नदाताओं का अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है। कृषि क़ानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है, मैं आशा करता हूँ कि वे जल्द अपने आंदोलन को वापिस लेगें।”
आज किसान दिवस के अवसर मैं देश के सभी अन्नदाताओं का अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है।
कृषि क़ानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है। मैं आशा करता हूँ कि वे जल्द ही अपने आंदोलन को वापिस लेगें।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 23, 2020
किसान ब्रिटिश PM को भारत आने से रोकने के लिए लिखेंगे खत
किसान नेता कुलवंत संधू ने कहा कि हम ब्रिटेन के सांसदों को लिख रहे हैं कि जब तक केंद्र सरकार किसानों की बात नहीं मानती, तब तक PM बोरिस जॉनसन को भारत आने से रोकें।
दूसरी तरफ किसानों की भूख हड़ताल भी जारी है। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर जहां-जहां प्रदर्शन चल रहा है, वहां रोज 11 किसान 24 घंटे के उपवास पर बैठ रहे हैं।