बिहार में गंडक व कोसी समेत कई नदियों के जल-स्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ के हालात काफी गंभीर हो गए हैं। नदी के भारी दबाव के कारण गंडक के तिलावे और सिकरहना के रिंग बांध टूट गए। उधर गोपालगंज में रिंग बांध में रिसाव से दहशत है। सारण तटबंध सहित तटबंधों पर दबाव लगतार बढ़ रहा है। लगातार नए इलाकों में पानी फैल रहा है।
कोसी तटबंध के अंदर बसे गांवों में भी पानी घुस गया है। इससे हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। कई जिलों के बीच सड़क संपर्क भी टूट चुका है। भोजन और पशुचारा का संकट बढ़ गया है। सैकड़ों घर ध्वस्त हो चुके हैं। इस बीच बीते 24 घंटे के दौरान डूबने से 10 लोगों की मौत हुई है।
हिंदुस्तान की एक खबर के मुताबिक में बाढ़ग्रस्त इलाकों के हरेक प्रभावित परिवारों को सरकार की तरफ से छह-छह हजार रुपए की मदद मुहैया कराई जाएगी। वहीं बाढ़ की वजह से जिनके कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए है या जिनकी फसल बर्बाद हुई है, सरकार उन्हें भी आर्थिक सहायता देगी। इसके अलावा पशुओं का नुकसान होने पर भी सरकार सहायता देगी।
10 जिले बाढ़ से प्रभावित
बिहार में अभी 10 जिले- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया, पूर्वी व पश्चिमी चम्पारण बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन जिलों में अभी 6.36 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है। इन इलाकों में आपदा प्रबंधन ने लोगों की पहचान कर उनकी सूची बनाने का निर्देश जिलों को दिया है।
बाढ़ग्रस्त इलाके के सभी परिवारों को सहाय्य अनुदान यानी जीआर मद में 6 हजार रुपए दिए जाने हैं। इसके लिए प्रभावित परिवारों की सूची तैयार करते समय प्रभावितों का नाम-पता के साथ ही बैंक खाता भी लिया जाएगा। प्रभावितों को 6 हजार नकदी सीधे बैंक खातों में भेजी जाएगी।
क्षतिग्रस्त मकानों व बर्बाद हुई फसल की मांगी गई जानकारी
बाढ़ग्रस्त इलाके में हुए अन्य नुकसान में भी लोगों को सरकार सहायता देगी। फसल क्षति से लेकर मकान व पशु नुकसान में भी सहायता का प्रावधान है। जिलों को कहा गया है कि वह क्षतिग्रस्त मकानों के साथ ही फसल नुकसान का भी ब्यौरा भी तैयार करें। फसल नुकसान का विवरण कृषि विभाग के माध्यम से तैयार होगा।
जानें कि मदों में मिलेगी आर्थिक मदद
6000 नकदी हरेक बाढ़ प्रभावित को
1800 रूपए कपड़ा मद में
2000 रूपए बर्तन के लिए
6800 रूपए प्रति हेक्टेयर फसल
3200 रूपए कच्चा मकान के आंशिक क्षतिग्रस्त में
4100 रूपए झोपड़ी के पूर्ण नुकसान होने पर
2100 रूपए जानवर के शेड नुकसान मद में
30 रूपए हजार प्रति गाय, भैंस में
3 हजार रूपए प्रति बकरी, भेड़, सुअर
25 हजार रूपए प्रति घोड़ा पर
50 रुपये प्रति मुर्गा, अधिकतम 5 हजार
95100 रूपए कच्चा-पक्का मकान नुकसान में
5200 रूपए पक्का मकान के आंशिक क्षतिग्रस्त में