गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कोरोना की चेन तोड़ने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी है। 24 घंटे के अंदर कोरोना कॉल सेंटर की स्थापना का रिकार्ड बनने ही वाला है। इसके साथ ही गुरुवार को जिले में लॉकडाउन को मजबूती से लागू करने के लिए जिला पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह भी नये डीएम सुहास एलवाई के साथ सड़क पर उतर आये। इसी के साथ बुधवार को जिला प्रशासन ने ग्रेटर नोएडा में स्थित चार होटलों को भी क्वारंटाइन होम में तब्दील कर दिया।
शायद इसी टीम-वर्क का नतीजा है कि, नये डीएम सुहास एलवाई के कार्यभार ग्रहण करने के 24 घंटे में ही गौतमबुद्ध नगर में रैपिड एक्शन फोर्स लग गयी। निगरानी के लिए आसमान में ड्रोन उड़ाये जाने को भी हरी झंडी दे दी गयी। जिला पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने खुद पुष्टि की कि, लॉकडाउन को हल्के में लेने वालों की निगरानी के लिए शुक्रवार से जिले की सीमा में घनी आबादी वाले इलाको में आसमान में ड्रोन उड़ते नजर आयेंगे।
शायद यह सब नये और तेज-तर्रार जिलाधिकारी की उसी एक लाइन का असर है, जिसमें उन्होंने गौतमबुद्ध नगर की सर जमीं पर उतरते ही सबको सुना दिया था, “कोरोना मेरी-आपकी लड़ाई नहीं है। कोरोना से समाज दुनिया जूझ रही है। कोरना की कमर टीम-वर्क के जरिये ही तोड़ी जा सकती है।” उल्लेखनीय है कि, इन पंक्तियों को जिलाधिकारी सुहास ने गुरुवार को अपनी पहली पत्रकार वार्ता में भी दोहराया था।
जिला प्रशासन प्रवक्ता के मुताबिक, जिन होटलों को अस्थाई रुप से अधिग्रहीत करके क्वारंटाइन होम में बदला गया है वे सब ग्रेटर नोएडा में ही हैं। इनका नाम द स्टेलर जिमखाना, एसएए हॉस्पिटलटी प्राइवेट लिमिटेड, अंसल प्लाजा और कासना रोड स्थित रेडिसन ब्लू है।