कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते दुनियाभर में करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई है। साथ ही भारत में भी लॉकडाउन के घातक परिणाम आ रहे हैं। यहां पर भी छटनी कर लाखों को नौकरी से निकाल कर बेरोजगार कर दिया गया है। नौकरी जाने के चलते कई युवाओं ने आत्महत्या कर ली है।
इसी बीच मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नौकरी जाने के चलते एक युवक ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। जिसके चलते उसका शरीर का 35 फीसदी हिस्सा जल गया है। युवक का इलाज जयारोग्य अस्पताल में चल रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना ग्वालियर शहर के जनकगंज क्षेत्र के जीवाजीगंज की है। संतोष सिहोरकर नाम का पीड़ित युवक यहां पर अकेले एक किराए के मकान में रहता है। पीड़ित के पड़ोसियों के अनुसार वह एक होटल में काम करता था। लेकिन लॉकडाउन के चलते डेढ़ महीने से बंद है और उसे नौकरी से निकाल दिया गया। परेशान युवक के पास कोई काम नहीं था। जिसके कारण वह परेशान रहने लगा।
बीते रविवार को काम न होने के चलते उसने बीच सड़क पर अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। जैसे ही उसने आग लगाई जलन से वह बचने के लिए छटपटाता रहा। युवक को इस हालत में देख पड़ोसियों ने तुरंत उसके शरीर में लगी आग को बुझाने के लिए पानी फेंका और इसकी सूचना पुलिस को दी।
मीडिया के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि रविवार की शाम एक युवक जीवाजीगंज में अचानक से सूनसान सड़क पर आया। कुछ दूर सड़क पर चलने के बाद उसने खुद पर मिट्टी तेल डालकर आग लगा ली। सिर पर युवक ने साफी बांधी थी और आग भी उसने शरीर के ऊपरी हिस्से में ही लगाई। जिससे उसके शरीर का 35 फीसदी तक जल गया। युवक का इलाज जयारोग्य अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई है।