ईरान और अमेरिका के बीच गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है। ईरान मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक ईरान ने 17 अमेरिकी जासूसों को कैद कर लिया है। ये सभी अमेरिकी केंद्रीय खुफिया विभाग यानी सीआईए (CIA) के लिए काम करते थे। इसमें से कुछ को मौत की सजा सुनाई गई है। ईरान के सरकारी न्यूज चैनल ने देश के इंटेलीजेंस मंत्रालय के हवाले से दावा किया है कि सीआईए के खुफिया तंत्र तोड़ कर 17 जासूसों को पकड़ लिया गया है। मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया है कि जो पकड़े गए गए हैं उनमें से कुछ को फांसी भी दे दी गई है।
वहीं मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पकड़े गए जासूस संवेदनशील, निजी आर्थिक केंद्रों, सेना और साइबर क्षेत्र में नौकरी कर रहे थे जहां ये सभी अहम और खुफिया जानकारियां जुटाते थे। अमेरिका की ओर से मई में लगाए गए सख्त प्रतिबंधों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर हैं और ऐसे में ईरान की ओर से किया गया यह दावा हालात को और बिगाड़ सकता है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा था कि उन्होंने ‘अंतर्राष्ट्रीय समुद्री नियमों’ को तोड़ने के लिए हरमुज जलडमरूमध्य में एक ब्रिटिश टैंकर को जब्त कर लिया है। दरअसल, बीती 4 जुलाई को ब्रिटेन ने ईरान के एक टैंकर को सीज किया था। जवाब में उसने भी ब्रिटिश ऑयल टैंकर को पकड़ लिया था। जिसके बाद ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।
बता दें कि कुछ हफ्ते पहले जब ईरान ने अमेरिका के ड्रोन को मार गिराया था तब से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। ये तनाव इस हद तक बढ़ गया था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया।