कोलकाता, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की एक नेता ने पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर केंद्रीय बल ज्यादा सख्ती करते हैं तो उन्हें झाड़ू से खदेड़ दें।
भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से इस बयान के खिलाफ शिकायत की है।
ममता बनर्जी कैबिनेट में शामिल मंत्री रत्ना घोष (कार) ने नादिया जिले में बंद-दरवाजे के अंदर हो रही बैठक में कहा कि ‘अगर किसी को युद्ध जीतना है तो, न्याय या अन्याय या लोकतंत्र जैसी कोई चीज नहीं होती।’
उन्होंने कहा, “आप सभी को यह दिमाग में रखना चाहिए कि युद्ध जीतने के लिए, न्याय व अन्याय या फिर लोकतंत्र जैसी कोई चीज नहीं होती। युद्ध जीतने के लिए जिसका भी प्रयोग कर सकते हैं, करें। सब कुछ सही है।”
उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि आप सभी को केंद्रीय बलों द्वारा पीटा गया है। अगर वे ज्यादा सख्ती करते हैं तो हम अपनी महिला कार्यकर्ताओं, नेताओं और कार्यकर्ताओं से उन्हें झाड़ू से पीटने को कहेंगे और पीछे हटने को मजबूर करेंगे।”
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश मजूमदार ने कहा कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने नादिया जिला निर्वाचन अधिकारी से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने कहा, “केंद्रीय बल यहां शांतिपूर्ण चुनाव कराने आते हैं और तृणमूल नेता ऐसे शब्दों को इस्तेमाल कर रही हैं। हमारी सीईओ से बात हुई है और उन्होंने डीईओ से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है।”
घोष के बयान पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट किया, “अंत में ममता दीदी की विश्वासपत्र सिपाही ने मान लिया है कि उनकी पार्टी हिसा और अराजकता में विश्वास करती है।”
शाह ने कहा, “ममता दीदी को याद दिलाना चाहते हैं कि लोकतंत्र को इस तरह से चोट पहुंचाना ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। बंगाल के लोग टीएमसी को उखाड़ फेंकेंगे। उनका समय हो गया है।”