चंडीगढ़, 7 जुलाई (आईएएनएस)| हरियाणा में एक जाने-माने डॉक्टर व सामाजिक कार्यकर्ता की शनिवार देर शाम गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से एक डॉक्टर का पूर्व कर्मचारी है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। करनाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का गृहनगर है। उन्होंने रविवार को डॉक्टर राजीव गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी शनिवार को मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह कार से आईटीआई चौक पर स्थित अपने अमृतधारा अस्पताल जा रहे थे।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक मनोज यादव घटना स्थल पर पहुंचे।
महानिरीक्षक योगेन्द्र नेहरा ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने इस मामले में 15 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की।
उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी गुप्ता का पूर्व कर्मचारी पवन दहिया था, जिसे एक दशक से अधिक समय के बाद नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
दूसरे आरोपियों की पहचान रमन और शिव कुमार के रूप में हुई है। सभी आरोपी करनाल के ही रहने वाले हैं।
नेहरा ने कहा कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि गुप्ता ने दहिया को नौकरी से हटा दिया था और यह भी सुनिश्चित किया था कि उसे शहर में कहीं और भी नौकरी नहीं मिले।
नेहरा ने कहा कि इस बात ने दहिया को उनकी हत्या के लिए प्रेरित किया और उसने गुप्ता को खत्म करने की योजना बनाई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने 56 वर्षीय डॉक्टर पर तीन बार गोलियां चलाई, दो गोलियां उनके सीने में जा लगीं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की करनाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष गुप्ता को उनके ड्राइवर ने अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
खट्टर ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस को निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस बल की ताकत बढ़ाने के लिए नई भर्तियां की गई हैं और उन्हें आधुनिक उपकरण प्रदान किए गए हैं।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला अस्पताल पहुंचे और घटना की निंदा की।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं।