अटारी-पंजाब | पुलवामा आतंकवादी हमले के ठीक एक महीने बाद भारत व पाकिस्तान के अधिकारी गुरुवार को अमृतसर के निकट अटारी सीमा पर करतारपुर साहिब गुरुद्वारा कॉरिडोर के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए पहली बार मुलाकात हो रही है। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस महत्वपूर्ण बैठक का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, “एक स्वप्न को पूर्ण करने की प्रतिबद्धता।”
Commitment to fulfill a dream!
Talks begin between India & Pakistan to discuss and finalize the modalities for the #KartarpurCorridor, at Attari, Amritsar, that’ll facilitate Indian pilgrims to visit the holy shrine of Gurudwara Darbar Sahib Kartarpur. pic.twitter.com/XWSUtk0Ene
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) March 14, 2019
उन्होंने कहा, “भारत व पाकिस्तान के बीच करतारपुर कोरिडॉर के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत शुरू हो गई है, जिससे भारतीय तीर्थयात्रियों को पवित्र गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा में आसानी होगी।”
यह बैठक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के अटारी-वाघा संयुक्त जांच चौकी के जरिए पहुंचने के बाद शुरू हुई।
यह बैठक भारत की तरफ अटारी के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पर आयोजित हो रही है।
इस वार्ता में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय उच्च प्राधिकरण व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
जबकि पाकिस्तान ने विदेश कार्यालय के दक्षिण एशिया महानिदेशक मोहम्मद फैसल की अगुवाई में 18 सदस्यीय दल भेजा है। फैसल विदेश कार्यालय के प्रवक्ता भी हैं।
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह बैठक द्विपक्षीय वार्ता की बहाली नहीं है।
करतारपुर गलियारे पर चर्चा करेंगे भारत, पाकिस्तान