क्या दीपक पुनिया दिला पाएंगे भारत को विश्व चैम्पियनशिप में दूसरा स्वर्ण

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नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)| पहले ही प्रयास में विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले भारत के दीपक पुनिया अपने इस शानदार प्रदर्शन के दम पर विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने से अब बस एक जीत दूर हैं।

20 साल के युवा पहलवान दीपक ने कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में जारी विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के 86 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में जगह बना ली है। दीपक ने सेमीफाइनल में स्विट्जरलैंड के स्टेफन सेइचमुथ को 8-2 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई है।


दीपक पहले ही ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुके हैं। फाइनल में उनका सामना ईरान के हसन याजदानिचाराटी से होगा। जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुके दीपक अब अपने स्वर्णिम दांव से मात्र एक जीत दूर हैं।

कैडेट विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले दीपक अगर फाइनल में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब होते हैं तो वह ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के बाद विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के इतिहास में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान होंगे।

दीपक ने इससे पहले, सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत को चौथा ओलंपिक कोटा दिलाया था। दीपक पुनिया से पहले विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और रवि दाहिया टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं।


दीपक के शानदार प्रदर्शन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह मौजूदा चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय पहलवान हैं। उनके इस प्रदर्शन को देखकर अब सभी भारतीयों को उनसे स्वर्ण की उम्मीद काफी बढ़ गई है।

सुशील (66 किग्रा) 2010 में मॉस्को में रूस के एलन गोगाऐय को हराकर स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे। उन्होंने इसके अलावा दो बार ओलंपिक में भी पदक जीते है। सुशील को हालांकि यहां अपने पहले ही राउंड में हार का सामना करना पड़ा था। सुशील ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था।

भारत ने विश्व चैम्पियनशिप में अब तक कुल एक स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य जीते हैं। सुशील के अलावा बिसंभर सिंह ने 1967 में नई दिल्ली में रजत, अनिल कुमार दहिया ने 2010 में रजत, बजरंग पुनिया ने 2018 में बुडापेस्ट में रजत पदक जीता था।

इसके अलावा उदय चंद 1961 में योकोहामा में कांस्य, बजरंग 2013 में बुडापेस्ट में कांस्य, रमेश कुमार 2009 में हेरनिंग में कांस्य, नरसिंह पंचम यादव 2015 में लॉस वेगास में कांस्य, रवि कुमार दहिया 2019 में नूर सुल्तान में कांस्य और बजरंग 2019 में नूर सुल्तान में कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं।

बजरंग एकमात्र ऐसे भारतीय पहलवान हैं, जिन्होंने तीन बार विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीता है। वह एक बार रजत और दो बार कांस्य जीत चुके हैं।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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