मुंबई, 16 मई (आईएएनएस)। कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान छोटे पर्दे पर ‘महाभारत’ फिर से सफलतापूर्वक प्रसारित हो रहा है। पौराणिक कथाओं पर कथावाचक के रूप में काम करने वाले हरीश भिमानी ने आज के दौर में सीरियल की प्रासंगिकता के बारे में बात की।
शो के निर्माता बीआर चोपड़ा थे, वहीं वास्तविक तौर पर इसका प्रसारण साल 1988 से 1990 तक दूरदर्शन पर हुआ था।
भिमानी ने कहा, ” ‘महाभारत’ जीवन में क्या करना चाहिए, क्या नहीं उसका दर्पण है और हमें भावनाओं के खतरों से ऊपर उठने और जीवन में धार्मिक होने के लिए प्रेरित करता है। आज भी यह शो सभी आयु वर्ग के दर्शकों के लिए टेलीविजन सेट के सामने बिठाकर रखने की जो करिश्माई ताकत दिखाता है उसका अनुभव पहले कभी नहीं हुआ है।”
अब यह 18 मई से स्टार भारत चैनल पर भी नजर आएगा।
उन्होंने कहा, “हमें यह सुनकर खुशी हो रही है कि देश में इस तरह के अशांत दौर में दर्शकों को स्थिरता प्रदान करने के लिए स्टार भारत शो को वापस ला रहा है। हर स्थिति में मैं सकारात्मकता की खोज करता हूं और मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि दर्शकों को महाकाव्य की इन गहन दार्शनिक विचारों को अपनाने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए, जो कि इस पूरी कहानी में दोहराया गया हैं। यह हमें जीने की कला के बारे में बहुत कुछ सिखाता है।”
‘महाभारत’ में भीष्म के रूप में मुकेश खन्ना, कर्ण के रूप में पंकज धीर, युधिष्ठिर के रूप में गजेंद्र चौहान, अर्जुन के रूप में अर्जुन, द्रौपदी के रूप में रूपा गांगुली, दुर्योधन के रूप में पुनीत इस्सर और कृष्ण के रूप में नीतीश भारद्वाज ने किरदार निभाए थे।
इसमें धर्म और अधर्म की कहानी दिखाई गई है।
–आईएएनएस