केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने राम मंदिर ट्रस्ट को मंजूरी दे दी है। बुधवार को लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक में सरकार ने यह फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बताया कि रामजन्म भूमि ट्रस्ट को 67.03 एकड़ जमीन दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए यूपी सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने इस पर कार्य तेज कर दिया है।’
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, ‘भगवान श्री राम की स्थली पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट पूर्ण रूप से अधिकृत होगा।’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘सभी धर्म के लोग एक हैं, परिवार के सदस्य सुखी समृद्ध हों और देश का विकास हो, इसीलिए सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रहे हैं।’ उन्होंने कहा, अयोध्या में राम धाम के निर्माण के लिए सभी लोग एक स्वर में अपना मत दें।
The Shri Ram Janmabhoomi Teertha Kshetra will be formed.
This is the trust that was to be formed in line with the verdict of the Honourable Supreme Court of India: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 5, 2020
पीएम मोदी ने कहा, ‘अयोध्या राम जन्मभूमि से जुड़ा है। कोर्ट के फैसले के मुताबिक उसपर रामलला का अधिकार है। कैबिनेट की बैठक में एक खास फैसला लिया गया। राम जन्मभूमि में मंदिर की निर्माण के लिए योजना तैयार की है।’
उन्होंने कहा, ‘श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है। वहां भव्य और दिव्य मंदिर बनेगा। अयोध्या में 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाएगी। सरकार ने एक और फैसला किया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को करीब 67 एकड़ जमीन दिया जाएगा।
We are all members of one family. This is the ethos of India.
We want every Indian to be happy and healthy.
Guided by ‘Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vishwas’ we are working for the welfare of every Indian: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 5, 2020
बता दें कि अयोध्या रामजन्म भूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 87 दिन बाद मंदिर के निर्माण की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, इस ट्रस्ट में महंथ नृत्य गोपाल दास को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। राम मंदिर ट्रस्ट में दिगंबर अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान तीनों से एक-एक सदस्य को शामिल किया जाएगा।