भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को भारी भारिश की चेतावनी जारी की है। अंबरनाथ और वांगनी के बीच उल्हास नदी में पानी भर जाने के कारण रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया है। ट्रैक पर पानी भरने के कारण महालक्ष्मी एक्सप्रेस में 700 यात्री फंस गए हैं। ट्रेन में फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है।
भारी बारिश और ट्रैक पर पानी भरने के कारण बदलापुर और वानगनी के बीच महालक्ष्मी एक्सप्रेस फंस गई है। ट्रेन में लगभग 700 यात्री मौजूद हैं। आरपीएफ और सिटी पुलिस की टीमे घटनास्थल पर पहुंची गई हैं और फंसे हुए यात्रियों को बिस्किट और पानी वितरित किया जा रहा हैं। प्रशासन ने यात्रियों को एयरलिफ्ट करवाने के लिए दो हेलीकॉप्टरों को लगाया है।
RPF and City police have reached the site where Mahalaxmi Express is held up. They are distributing biscuits and water to the stranded passengers. NDRF team will be reaching in shortly for evacuation.@drmmumbaicr
— Central Railway (@Central_Railway) July 27, 2019
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंसे यात्रियों से अनुरोध करते हुए कहा है कि वे ट्रेन से नीचे न उतरें। ट्रेन ही सबसे सुरक्षित स्थान है। NDRF और अन्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के निर्देश की प्रतीक्षा करें।
RPF and City Police in stranded Mahalaxmi Express assuring the passengers.#MumbaiRainsLiveUpdates @drmmumbaicr pic.twitter.com/o9pMQPnox9
— Central Railway (@Central_Railway) July 27, 2019
मौसम विभाग जारी किया ऑरेंज अलर्ट
मुंबई स्थित कोलाबा मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को ठाणे और पुणे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, मुंबई और उसके आसपास सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे में 150-180 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। केंद्र के पूर्वानुमान के मुताबिक, राजधानी मुंबई समेत ठाणे और रायगढ़ में भारी बारिश की संभावाना है। इससे पहले 27 और 28 जुलाई के लिए पालघर में रेड अलर्ट जारी किया जा चुका है। बता दें कि मॉनसून की विभिन्न स्थितियों के लिए रेड से लेकर ऑरेंज तक अलग-अलग अलर्ट जारी किए जाते हैं। इनमें ऑरेंज अलर्ट अधिकारियों को गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का सिग्नल होता है।