न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों में शुक्रवार को हुए आतंकी हमले में करीब 9 भारतीय अथवा भारतीय समुदाय के नागरिकों के लापता होने की खबर है। न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त संजीव कोहनी ने अलग-अलग सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी ट्विटर पर दी।
इस गोलीबारी में कम-से-कम 49 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद अधिकारियों ने एक व्यक्ति पर आरोप लगाया है और तीन अन्य को हिरासत में ले लिया गया। ऐसा लग रहा है कि इस नस्लीय हमले की योजना बहुत सावधानीपूर्वक तैयार की गई थी।
वहीं भारतीय नागरिकों के लापता होने की खबरों पर विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हमारा उच्चायोग अधिक जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है. यह संवेदनशील मामला है और हम तब तक इसकी जानकारी नहीं दे सकते हैं जबतक कि पूरी तरह से इसकी पुष्टि नहीं हो जाए.”
As per updates received from multiple sources there are 9 missing persons of indian nationality/ origin. Official confirmation still awaited. Huge crime against humanity. Our prayers with their families
— sanjiv kohli (@kohli_sanjiv) March 15, 2019
मदद के लिए आगे आया उच्चायोग
उच्चायुक्त ने कहा कि क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों पर हमलों में प्रभावित कोई भी भारतीय नागरिक मदद के लिए मिशन से संपर्क कर सकता है. मिशन ने घटना पर दुख जताते हुए मदद के लिए दो फोन नंबर भी ट्वीट किये जिन पर संपर्क किया जा सकता है। इनमें 021803899 और 021850033 हैं। न्यूजीलैंड में तकरीबन दो लाख भारतीय और भारतीय मूल के लोग रहते हैं। भारतीय उच्च आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस देश में 30 हजार से अधिक भारतीय छात्र हैं।
We are shocked to hear about the shooting in #Christchurch Any Indians needing assistance should contact us at 021803899 or 021850033. @indianweekender @indiannewslink @MEAIndia @IndianDiplomacy @WIAWellington @kohli_sanjiv @BhavDhillonnz
— India in New Zealand (@IndiainNZ) March 15, 2019
यह किसी भी पश्चिमी देश में मुस्लिमों के खिलाफ सबसे भीषण हमला प्रतीत होता है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पीड़ितों पर बहुत नजदीक से गोलियां चलाई गईं। मृतकों में महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल हैं। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इसे ‘‘न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक’करार दिया और कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि इसे अब केवल आतंकवादी हमला ही करार दिया जा सकता है। हम जितना जानते हैं, ऐसा लगता है कि यह पूर्व नियोजित था।’
गौरतलब है कि मध्य क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद और शहर के बाहरी उपनगर में लिनवुड मस्जिद पर हमलों में कम से कम 49 लोग मारे गये। एक बंदूकधारी की पहचान आस्ट्रेलियाई चरमपंथी के रूप में हुई है जिसने हमले की स्पष्ट रूप से ऑनलाइन लाइवस्ट्रीमिंग की। इस हमले के बाद क्राइस्टचर्च में किसी के आने और शहर से किसी के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई।