नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर दिल्ली में रविवार से भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन दिन से जारी हिंसा में अबतक 1 पुलिसकर्मी समेत 6 लोगों की जान जा चुकी है। तीसरे दिन भी मौजपुर-बाबरपुर इलाके में सुबह से ही पथराव हो रहा है और इस इलाके में हालात अभी पूरी तरह तनावपूर्ण बने हुए हैं। वहीं 7 मृतकों में 4 की मौत गोली लगने से हुई है।
सूत्रों की माने तो मौजपुर इलाके में रात भर दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है और उस इलाके से गुजरते हुए लोगों के साथ मारपीट की घटना भी सामने आई है। फायर ब्रिगेड को भजनपुरा इलाके से अब तक 45 आगजनी की कॉल आ चुकी हैं।
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अबतक 7 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में 1 पुलिसकर्मा और 6 सामान्य नागरिक हैं।
Delhi Police on violence in #NortheastDelhi yesterday: A total of 7 deaths were reported – 1 police personnel and 6 civilians lost their lives. pic.twitter.com/JhYHmKbyxk
— ANI (@ANI) February 25, 2020
जाफराबाद के रहने वाले मोहम्मद सुल्तान नाम के प्रदर्शनकारी की पैर में गोली लगने की वजह से मौत हो गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गोली सुल्तान के पैर में लगी थी लेकन ज़्यादा ख़ून बह जाने की वजह से उनकी जान चली गई।
वहीं प्रदर्शन के दौरान शाहिद अल्वी नाम के एक ऑटो चालक की भी गोली लगने से मौत हो गई है। शाहिद अल्वी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के डिबाई क्षेत्र के रहने वाले हैं।