ट्विटर पर उठी अमिताभ बच्चन और आनंद महिंद्रा के व्हाट्सएप अनइंस्टाल करने की मांग, 1600 से ज्यादा लोगों ने साइन किया पिटीशन

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कोरोना काल में मानवता अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रही है। पूरी दुनिया के लोग इस भयंकर महामारी के चपेटाघात में हैं। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरकारें और संस्थाएं जोर-शोर से जुटी हैं। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिये लोगों को इससे बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं, विभिन्न प्लेटफॉर्म्स खासकर व्हाट्सऐप पर तमाम तरह के लतीफ़े चल रहे हैं। व्हाट्सएप पर वायरल होते पहली नज़र में मज़ेदार लगने वाले, मगर बेहद सतही कंटेंट सेलिब्रिटी लोगों का ध्यान भी चुंबक की तरह खींचते हैं। लेकिन ट्विटर के प्रबुद्ध ऑडियंस को ये ‘लेम जोक’ कांटे की तरह चुभते हैं।  बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा के मालिक आनंद महिंद्रा ऐसे ही व्हाट्सऐप से आयातित कंटेंट को ट्विटर पर शेयर कर यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। मामला यहाँ तक आन पहुंचा है कि लोग-बाग इन दोनों सेलिब्रिटियों के फोन से व्हाट्सऐप को अनइंस्टाल करने की मांग कर रहे हैं।

रोफ़ल गांधी नामक एक ट्विटर यूजर ने अमिताभ बच्चन और आनंद महिंद्रा के फोन से व्हाट्सएप हटाए जाने की मांग को लेकर चेंज डॉट ओआरजी (Change.org) पर बाकायदा एक कैंपेन शुरू किया है। बता दें कि चेंज डॉट ओआरजी एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहाँ लोग पिटीशन डालकर अपनी मांग के लिए अभियान चलाते हैं और इंटरनेट की दुनिया के लोगों से समर्थन जुटाकर सरकार या सस्थाओं में नीति-निर्धारण करने वाले लोगों तक अपनी आवाज़ पहुंचाते हैं।


रोफ़ल गांधी ने अपने पिटीशन में लिखा है, “एक मेगास्टार और एक प्रख्यात उद्योगपति व्हाट्सऐप पर आने वाले फेक न्यूज़ और बेतुके कंटेंट का शिकार हो रहे हैं। इस पिटीशन के जरिये हम मार्क ज़करबर्ग (व्हाट्सऐप के स्वामित्व वाली कंपनी फेसबुक के चेयरमैन) से गुज़ारिश करते हैं कि इन दोनों के नम्बरों रहे व्हाट्सएप अकाउंट को बंद किया जाए।”

क्यों शुरू हुआ ये पिटीशन?

अमिताभ बच्चन अक्सर व्हाट्सऐप पर चलने वाले बेतुकी बातें और घटिया जोक ट्विटर अकाउंट से शेयर करते रहते हैं। कई बार उन्होंने फेक न्यूज़ भी साझा किया है और ट्रोल होने पर बाद में ट्वीट डिलीट भी किया है। पिछले दिनों उन्होंने कोरोना महामारी और WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) को लेकर एक चलताऊ जोक शेयर किया था। इसके बाद वो एकबार फिर ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं।

बता दें कि पिछले कुछ समय में कम से कम दो बार अमिताभ बच्चन फर्जी खबरों के शिकार हुए हैं। उन्होंने पीएम मोदी के ताली-थाली बजाने के आह्वान पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि जनता कर्फ्यू के दौरान ताली और शंख बजाने से होने वाले कंपन से कोरोना वायरस का प्रभाव कम हो जाएगा या नष्ट हो जाएगा क्योंकि यह ‘अमावस्या’ का दिन है। इसके बाद अमिताभ को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया था, जिसके चलते उन्होंने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया था।

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बिग बी ने कोरोना को लेकर एक और भ्रामक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि मरीज जब ठीक हो जाए, तब भी उसके मल में कोरोना वायरस जिंदा रहता है। ऐसे व्यक्ति के मल पर बैठी मक्खियां अगर दुर्भाग्य से फल, सब्जियों, खाने या हमारे द्वारा छू जाने वाली सतह पर बैठ जाएं तो यह वायरस और फैल सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बाद में इस दावे को नकार दिया था। इसलिए लोग अमिताभ बच्चन को व्हाट्सएप पर वायरल हो रही चीजों को फ़ैलाने से रोकना चाहते हैं। कुछ लोग अभिषेक बच्चन को टैग कर उन्हें पापा के फोन से व्हाट्सऐप अनइंस्टाल करने की गुहार लगा रहे हैं।

एक फोटो डालने पर ट्रोल हुए आनंद महिंद्रा

वहीं आनंद महिंद्रा ने कोरोना वायरस से उपजे संकट के बीच एक ऐसी तस्वीर शेयर की थी जिसमें दो बच्चों ने अपने मुंह को मास्क की बजाय पत्ते से ढंका हुआ था। आनंद महिंद्रा ने इस तस्वीर के साथ किए गए ट्वीट में लिखा, “पता नहीं यह फोटो कहाँ और किसने खींची लेकिन मैं आशा करता हूँ कि यह इस महामारी की सबसे यादगार और मशहूर तस्वीर बने। यह सिर्फ #MaskIndia नहीं, बल्कि हरियाली की ओर बढ़ती दुनिया के बारे में भी है। यह हमें याद दिलाता है कि प्रकृति हमें वो सबकुछ देती है, जिसकी हमें जरूरत है।”

ट्विटर पर उठी अमिताभ बच्चन और आनंद महिंद्रा के व्हाट्सएप अनइंस्टाल करने की मांग, 1400 से ज्यादा लोगों ने साइन किया पिटीशन
आनंद महिंद्रा का वो ट्वीट जो बाद में डिलीट कर दिया गया.

हालाँकि, कुछ लोगों ने आनंद महिंद्रा की इस बात पर आपत्ति जाहिर की। अदिति नामक एक ट्विटर यूजर ने कहा, “आनंद, इसमें खुश होने जैसी कोई बात नहीं है। इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि मुँह पर पत्ते बाँधने से आप सुरक्षित रहें। ये लोग पर्यावरण के लिए कोई जागरूकता नहीं फैला रहे हैं। वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार उन्हें मास्क मुहैया करा पाने में विफल रही है और उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया है।”

इसके बाद आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट को डिलीट करते हुए लिखा कि आप ठीक कह रही हैं। मैं देख सकता हूँ कि परिस्थिति के हिसाब से मेरा ट्वीट असंवेदनशील था। मैं इसे डिलीट कर रहा हूँ।”

हालाँकि, तब तक बहुत देर हो गई और अमिताभ बच्चन के साथ आनंद महिंद्रा भी ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। कई लोग #UninstallWhatsapp के साथ ट्वीट कर रहे हैं और यह ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।

इस स्टोरी के लिखे जाने तक करीब 1400 लोगों ने रोफ़ल गांधी द्वारा शुरू किये गए पिटीशन को साइन कर इसे अपना समर्थन दिया है।


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