पाकिस्तान की ओर से शासन नीति के तौर पर आतंकवाद का प्रयोग अस्वीकार्य : जयशंकर

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 न्यूयॉर्क, 27 सितम्बर (आईएएनएस)| विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसियों के खिलाफ ‘आतंकवाद को बड़े पैमाने के उद्योग के तौर पर’ प्रयोग करता है और उसके बाद उससे ‘आश्चर्यजनक रूप से अनभिज्ञता जताने’ की नीति अपनाता है।

 उन्होंने कहा कि ‘रात में आतंकवाद और दिन में सबकुछ सामान्य’ एक साथ नहीं हो सकता। यहां ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ में जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान में बड़ी संख्या में लोगों के अंदर भारत के प्रति घृणा है।


उन्होंने कहा, “आतंकवाद को शासन नीति के वैध साधन के रूप में प्रयोग करना अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के नियमों के अनुसार स्वीकार्य नहीं है।”

उन्होंने कहा कि कोई और देश अपने पड़ोसियों के खिलाफ आतंकवाद को बड़े उद्योग के तौर पर प्रयोग नहीं करता।

उन्होंने सवाल किया, “किसी ऐसे देश से बात कैसे की जाए जो आश्चर्यजनक रूप से अनभिज्ञता जताने की नीति अपनाता है। आप इसे कैसे सुलझाएंगे?”


क्रिकेट संबंधों के माध्यम से पाकिस्तान के साथ दोबारा दोस्ती करने के सवाल पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम को घरेलू मैदान देने में मदद की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को आज क्रिकेट में अच्छा करता देख कर खुशी होती है।

उन्होंने कहा, “अगर आप भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ बहुत मुश्किल चीजें देखते हैं तो वास्तविक जीवन में इन मुद्दों को अलग करना बहुत मुश्किल है. कुछ साल पहले (पठानकोट) में हमारे एयरबेस पर बड़ा हमला हुआ, साल 2016 में उरी सैन्य शिविर पर हमला हुआ, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई, इस साल (पुलवामा में) आत्मघाती हमला हुआ जिसमें कई सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।”

उन्होंने कहा, “अगर किसी रिश्ते में मुख्य बातें आतंकवाद, आत्मघाती हमले और हिंसा हों और फिर आप कहते हैं कि ठीक है दोस्तों, चाय ब्रेक लो और चलो क्रिकेट खेलें. लोग इसे स्वीकार नहीं कर सकते। एक लोकतंत्र में लोगों की भावनाएं महत्वपूर्ण होती हैं। आप रात में आतंकवाद करके दिन में सबकुछ सामान्य नहीं कर सकते।”

क्या भारत और पाकिस्तान स्थाई दुश्मन हैं? पर जयशंकर ने कहा , “पाकिस्तान को अपना रुख (आतंकवाद को शासन नीति का हथियार मानने से) बदलना होगा, हमारे लिए नहीं, बल्कि उसके खुद के लिए। मैं पाकिस्तान के बारे में चिंतित रहा करता था, और अभी भी हूं, लेकिन अब में पाकिस्तान के लिए चिंतित हूं। उनकी खुदगर्जी बताती है कि वे अलग नीति पर चल रहे हैं।”

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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