भारी बारिश और उसके बाद जलजमाव का सामना कर रहे बिहार की राजधानी पटना अब भी संकट का सामना कर रहा है। शहर के बड़े हिस्से अब भी जलजमाव की चपेट में हैं और वो बाहरी मदद और सहयोग के इंतजार में हैं। जिला प्रशासन, राजनीतिक दल और स्वयंसेवी संगठन के लोग लगातार राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। ऐसे में समस्तीपुर की एक मासूम बच्ची ने अपने गुल्लक को फोड़ उसमें जमा 11 हजार रुपये लेकर लोगों की मदद के लिए पटना पहुंच गई।
पप्पू यादव को सौंपे 11 हजार रुपये
समस्तीपुर की रहने वाली सिद्धि श्रेया ने जलजमाव से पीड़ित राजधानी पटना के लोगों की मदद के लिए गुल्लक में जमा 11 हजार रुपये पूर्व सांसद पप्पू यादव को सौंपे। पप्पू यादव ने सिद्धि श्रेया की फोटो को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है और उसका आभार जताया है।
पप्पू ने लिखा, “यह बेटी सिद्धि श्रेया है, इस छोटी बच्ची का दिल बहुत बड़ा है। पटना के जलजमाव पीड़ित की सेवा के लिए समस्तीपुर से चलकर पटना आयी है। अपना गुल्लक फोड़ 11000 रुपया दिया है। बेटी सिद्धि तुम ने सिद्ध कर दिया कि सिर्फ श्रेय लूटने वाले पटना-दिल्ली के हुक्मरान तुम्हारे सामने बौने हैं!”
यह बेटी सिद्धि श्रेया है, इस छोटी बच्ची का दिल बहुत बड़ा है। पटना के जलजमाव पीड़ित की सेवा के लिए समस्तीपुर से चलकर पटना आयी है। अपना गुल्लक फोड़ 11000 रुपया दिया है।
बेटी सिद्धि तुम ने सिद्ध कर दिया कि सिर्फ श्रेय लूटने वाले पटना-दिल्ली के हुक्मरान तुम्हारे सामने बौने हैं!@ANI pic.twitter.com/FjJPIoXrB4
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) October 3, 2019
गुल्लक में जमा किए थे पैसे
सिद्धि श्रेया के परिजनों ने बताया कि पटना में भारी बारिश और जलजमाव से परेशान लोगों की हालत देख सिद्धि ने अपना गुल्लक फोड़ने का फैसला किया। श्रेया के गुल्लक में 11 हजार रुपए जमा थे। उसने कहा कि मैं इन पैसों से लोगों की मदद करूंगी और पैसे लेकर खुद पप्पू यादव के आवास पर गई। गौरतलब है कि बारिश रुकने के बाद पटना के बड़े इलाके अब भी जलजमाव का सामना कर रहे हैं और जन-जीवन अब भी सामान्य नहीं हो पाया है।
पप्पू यादव ने संभाल रखा है मोर्चा
बाढ़ और जमजमाव के बीच कैद राजधानी के लोगों की मदद के लिए मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव पहले दिन से ही राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। वह खुद प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों के बीच खाना, पानी, दूध और दवाइयां बांट रहे हैं। यहां तक की पीड़ितों को पैसे देते हुए भी देखे गए हैं।