प्रधानमंत्री के चुनावी वादों को पूरा कर रही हैं जांच एजेंसियां

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नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल माह में गुजरात के जूनागढ़ में कहा था, “पिछले पांच साल के कार्यकाल में मैं उन्हें जेल के दरवाजों तक लाने में कामयाब रहा हूं, मुझे पांच साल और दें और वे जेल के अंदर होंगे।”

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों के भीतर जांच एजेंसियां प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी वादों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।


आईएनएक्स मीडिया केस में पूर्व गृह और वित्तमंत्री रहे पी. चिदंबरम को बुधवार रात केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया। जहां एक ओर यह जेल जाने वाले लोगों की सूची में बड़ा नाम है, वहीं दूसरी ओर कई अन्य प्रमुख हस्तियां जांच एजेंसियों की नजरों में हैं।

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रॉबर्ट वाड्रा से उनकी कथित लंदन संपत्ति और हथियारों के डीलर संजय भंडारी के साथ उनके संदिग्ध संबंध को लेकर घंटों पूछताछ कर चुकी है।

वाड्रा से 70 घंटों तक पूछताछ की गई है और वह इस बाबत 11 बयान दे चुके हैं।


हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें ईडी को जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है।

वाड्रा ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए/मनी लॉन्ड्रिंग) के तहत उनके खिलाफ लगाए गए कुछ आरोपों को रद्द करने की मांग वाली याचिका दायर की थी।

ईडी ने कांग्रेस नेता और गांधी परिवार के करीबी अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी से भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे संदेसरा बंधुओं के साथ कथित संबंध को लेकर पूछताछ की थी।

गंभीर आर्थिक अपराध के चलते जांच एजेंसियां मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी के पीछे लगी हुई हैं। ईडी और सीबीआई ने दावा किया है कि रतुल ने 355 करोड़ रुपये की हेराफेरी करके सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ धोखाधड़ी की। वर्तमान में वह ईडी की हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मानेसर भूमि मामले में आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहे हैं।

इसके अलावा नेशनल हेराल्ड मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को एक भूखंड के आवंटन के लिए भी वह कटघरे में हैं।

सीबीआई कथित तौर पर कई जमीन सौदों के संदर्भ में उनसे घंटों तक पूछताछ कर चुकी है।

दिल्ली की एक अदालत में कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की हत्या के मामले में सुनवाई चल रही है।

सरकारी वकील ने अदालत में दावा किया कि जांचकर्ताओं के पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि हो सकता है कि सुनंदा पुष्कर को बार-बार पीटा गया होगा।

थरूर पर आत्महत्या को बढ़ावा देने और एक महिला को क्रूरता से पीटने के आरोप हैं।

सिर्फ कांग्रेस नेता ही नहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी अवैध खनन के एक मामले में अपनी कथित भूमिका के लिए सीबीआई की जांच के रेडार पर हैं।

कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और अखिलेश के साथी आजम खान भी बड़े पैमाने पर भूमि कब्जाने के आरोप में ईडी की निगरानी में हैं।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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