राम मंदिर पर हिंदुओं के पक्ष में निर्णय की आशा : संघ

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भुवनेश्वर, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की यहां चल रही तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक शुक्रवार को खत्म हो गई। बैठक के समापन के बाद संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि आशा है कि हिंदुओं के पक्ष में ही निर्णय आएगा। उन्होंने पूरे देश में असम की तरह एनआरसी लागू करने की मांग की। यहां 16 से 18 अक्टूबर तक चली इस अहम बैठक में संघ के प्रांतस्तरीय करीब चार सौ प्रचारक शामिल हुए। इस दौरान देश के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के साथ संघ ने अपने अनुषांगिक संगठनों के कार्य की समीक्षा करने के साथ कार्यकर्ताओं की क्षमता संवर्धन पर रणनीति बनाई।

भय्याजी जोशी ने कहा, “किसी भी सरकार का कार्य है कि देश में घुसपैठियों की पहचान करे और नीति बना कर उसके आधार पर उचित कार्रवाई करे। अभी तक यह प्रयोग केवल असम में हुआ है। इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए।”


राम मंदिर के निर्माण को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, “हमारा मानना रहा है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण की बाधाएं समाप्त हों। अब जब इस मामले को लेकर न्यायालय में सुनवाई पूरी हो चुकी है और आशा करते हैं कि निर्णय हिन्दुओं के पक्ष में आएगा।”

न्यायालय से बाहर इस मामले को सुलझाने को लेकर चल रहे प्रयासों पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो भारत की प्रतिष्ठा विश्व में बढ़ी होती। उन्होंने कहा, “हमने भी इन प्रयासों का स्वागत किया था। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और न्यायालय में मामला लंबे समय तक चला। अब कानूनी सुनवाई पूरी हो गई है, अब सबको निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए।”

समान आचार संहिता के सवाल पर उन्होंने कहा, “यह मांग काफी पुरानी है। संविधान निर्माण के समय ही इसका फैसला हो जाना चाहिए था। यह सभी के हित में है और किसी भी देश में उसके नागरिकों के लिए एक समान कानून होना चाहिए।”


कश्मीरी पंडितों की वापसी के संबंध में भय्याजी ने कहा, “सुरक्षा कारणों से उन्हें अपने घरों से पलायन करना पड़ा था। हम चाहते हैं कि कश्मीर में सुरक्षा का पुन: वातावरण बने, ताकि कश्मीरी हिन्दू समाज की उनके अपने घरों में वापसी हो सके।”

अखंड भारत को उन्होंने संघ का सपना बताते हुए कहा कि विभाजित भारत के समस्त इलाकों की सांस्कृतिक धारा एक ही है।

बंगाल में निरंतर हो रही हिंसा पर उन्होंने कहा कि “किसी भी सरकार का दायित्व है कि वह नागरिकों की समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वामपंथी शासनकाल में विरोधी विचारधारा के प्रति प्रारम्भ हिंसा का चक्र वर्तमान सरकार के बाद भी अबाध गति से चल रहा है।”

इस मौके पर संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार व सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर मौजूद रहे।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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