Indian Railway-IRCTC: बिहार के पांच रेलवे स्टेशनों को जल्द ही पीपीपी मॉडल के तहत हवाईअड्डों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेल की वैधानिक इकाई, रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए), राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना), मुजफ्फरपुर, गया, सिंगरौली और बेगूसराय रेलवे स्टेशनों को फिर से विकसित करेगी।
इन पांच रेलवे स्टेशनों के फिर से विकसित करने का कार्य पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी)के तहत होगा। आरएलडीए के वाइस चेयरमैन वेद प्रकाश ने कहा कि इन सभी स्टेशनों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। जिसमें प्लेटफॉर्म, शॉपिंग एरिया, इंटरनेट, कैफेटेरिया, मेडिकल इमरजेंसी बूथ और फूड प्लाजा, रेस्तरां, पार्किंग जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन स्टेशनों को हवाईअड्डों के पैटर्न पर फिर से विकसित किए जाएंगा। जिसमें यात्रियों को आराम की सुविधा के साथ-साथ विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेगी। आरएलडीए ने भारतीय रेलवे नेटवर्क में रेलवे स्टेशनों का फिर विकसित करने का जिम्मा लिया है, जिसमें मौजूदा 62 स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से काम चल रहा है।
इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, जो कि आरएलडीए और इरकॉन का एक संयुक्त उद्यम है, इसने भी अन्य 61 स्टेशनों को फिर से विकसित करने का जिम्मा लिया है। पहले चरण में, आरएलडीए ने नई दिल्ली, तिरुपति, देहरादून, नेल्लोर और पुदुचेरी जैसे प्रमुख स्टेशनों पर फिर से विकास के लिए काम को प्राथमिकता दी है।
वाइस चेयरमैन ने कहा कि पूरे भारत में रेलवे स्टेशनों को केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के एक भाग के रूप में पीपीपी मॉडल पर आरएलडीए द्वारा फिर से विकसित किया जाएगा। प्रस्तावित विकास न केवल बेहतर उपयोग सुनिश्चित करेगा, बल्कि क्षेत्र में अचल संपत्ति का मूल्य भी बढ़ जाएगा।