रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लोगों को दिवाली पर एक और तोहफा दिया है। आबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। अब रेपो रेट 5.40 फीसदी से 5.15 फीसदी हो गई है। RBI ने आज 4 अक्तूबर को चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा की घोषणा कर दी है। गौरतलब है कि RBI के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy Meeting) की 3 दिनों की बैठक 1 अक्टूबर से शुरू हुई थी।
GDP ग्रोथ रेट का अनुमान घटा
RBI ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी (GDP) ग्रोथ रेट का का अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है। साथ ही साथ RBI ने GDP का अनुमान भी घटा दिया है। आरबीआई 2020-21 के लिए जीडीपी अनुमान रिवाइज कर 7.2 फीसदी कर दिया है।
इस साल की लगातार पांचवी कटौती
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में यह लगातार पांचवी कटौती है। जिससे लोगों को सस्ते होम, कार और पर्सनल लोन मिल सकेंगे और ईएमआई भी घटेगी। इससे पहले रिजर्व बैंक इस साल लगातार 4 बार में रेपो दर में 1.10 फीसदी की कटौती कर चुका है। अगस्त में की गई 0.35 फीसदी की कटौती के बाद वर्तमान में रेपो दर 5.40 फीसदी है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आरबीआई मार्केट में मांग बढ़ाने के लिए इस कारोबारी साल में रेपो रेट को घटाकर 5 फीसदी पर ले आएगा। रिजर्व बैंक ने बैंकों से 1 अक्टूबर से अपने सभी कर्ज को रेपो दर से जोड़ने को कहा है। इससे रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती का लाभ सीधे तौर पर बैंक से किसी भी तरह का लोन लेने वाले को मिलेगा।
लगातार 4 बार मिली राहत
तारीख रेपो दर कटौती
07 फरवरी 19 6.25 0.25
04 अप्रैल 19 6.00 0.25
06 जून 19 5.75 0.25
07 अगस्त 19 5.40 0.35
(आंकड़े प्रतिशत में )
गौरतलब है कि एमपीसी (RBI Monetary Policy Meeting) की 6 सदस्यीय समिति की 3 दिन की बैठक 1 अक्टूबर को शुरू हुई थी। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती की छुट्टी होने के चलते यह बैठक नहीं हो पाई थी, लिहाजा गुरुवार को इस बैठक का दूसरा दिन था। आज आरबीआई ने दरों की घोषणा की।