नई दिल्ली, 5 फरवरी (आईएएनएस)| नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को राकांपा नेता माजिद मेमन और वंदना चव्हाण शाहीन बाग पहुंचे। माजिद मेमन ने कहा कि 72 साल के आजाद हिंदुस्तान में ऐसी मिसाल कहीं नही मिलेगी, जहां महिलाएं पूरी ताकत के साथ हौसले के साथ हर तरह की आंधी-तूफान का सामना करते हुए कानून के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। मेमन ने कहा, “सरकार की नीतियों के खिलाफ हमारी मां-बहन साथ हैं तो उस मुल्क के संविधान को कोई जालिम हाथ नहीं लगा सकता। ऐसे पचासों सीएए दफन हो जाएंगे। हमारी पूरी ताकत आपके साथ है। मैंने उस मां को सलाम किया पार्लियामेंट में, जिसने अपने बच्चे को शहीद कर दिया। मोदी जैसे मजबूत सरकार को हिला कर रख दिया। अगर आपकी ताकत और दिखाई दी तो सीएए के खिलाफ भी प्रधानमंत्री को सोचना पड़ेगा।”
मेमन के साथ मंच पर राज्यसभा सदस्य वंदना चव्हाण भी मौजूद थीं।
माजिद मेमन ने आईएएनएस से कहा, “मेरी पार्टी कानून के खिलाफ है और मैं अभी यहां पार्टी की तरफ से नही आया हूं। बल्कि मैं भारत के नागरिक होने के हैसियत से यहां आया हूं। हमारे नेता शरद पवार ने भी कहा है कि हम सब उनके साथ हैं, जो संविधान के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ। मेरा समर्थन उन सभी के साथ है, जो संविधान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। यहां बैठीं महिलाओं के साथ हैं और मैं यहां कहने आया हूं कि सब्र का दामन मत छोड़ना, हार मत मानना। यह कहने आया हूं कि हिंसा मत करना, साथ ही हिंसा करने वालों को रोकना।”