लखनऊ | जेल भेजे गए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता स्वामी चिन्मयनांद पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है। विशेष जांच दल (SIT) के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि चिन्मयानंद से जबरन धन वसूलने के लिए पीड़िता के दोस्त संजय सिंह तथा दो चचेरे भाइयों – सचिन और विक्रम ने चिन्मयानंद को फोन किया था और इस साजिश में पीड़िता भी शामिल थी।
शुक्रवार को चिन्मयानंद को गिरफ्तार किए जाने और जेल भेजे जाने के कुछ ही घंटों के बाद तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि चूंकि जांच के सभी आदेश शीर्ष अदालत ने दिए थे, इसलिए एसआईटी पीड़िता को गिरफ्तार करने से पहले कोर्ट को सूचित कर सकती है।
एसआईटी के एक अधिकारी ने कहा, “जबरन वसूली मामले में वह सक्रिय थी और हम उस पर नजर रखे हुए हैं। हम उचित समय पर कार्रवाई करेंगे।”
चिन्मयानंद की संस्था के एक कॉलेज से पोस्टग्रेजुएट का कोर्स कर रही कानून की छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर दुष्कर्म और शारीरिक शोषण के आरोप लगाए हैं।
उसने दावा किया है कि उसका शोषण एक साल तक चला।
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