श्रीलंका में हमले के एक हफ्ते बाद भी नहीं खुले गिरिजाघर

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 कोलंबो, 28 अप्रैल (आईएएनएस)| श्रीलंका में 21 अप्रैल को ईस्टर के दिन हुए धमाकों के एक हफ्ते बाद रविवार को भी सभी गिरिजाघर बंद रहे।

 पिछले हफ्ते हुए धमाकों में 253 लोग मारे गए थे।


बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबो के मुख्य पादरी कार्डिनल मैल्कम रंजीथ ने रविवार को टेलीविजन के जरिए मास (धर्म सभा) को संबोधित किया। इसमें देश के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी हिस्सा लिया।

उन्होंने अपने आवास में चैपल से हुए प्रसारण के दौरान इन हमलों को ‘मानवता का अपमान’ बताया।

कार्डिनल रंजीथ ने कहा, “आज हम इस सभा के जरिए रविवार को हुई त्रासदी पर ध्यान केंद्रित कर उसे समझने का प्रयास कर रहे हैं।”


उन्होंने कहा, “हम प्रार्थना करते हैं कि इस देश में शांति के साथ सह-अस्तित्व बना रहे और बिना किसी विभेद के हम एक दूसरे को समझने का प्रयास करेंगे।”

इस दौरान श्रीलंका के सभी चर्च खाली रहे और लोग कोलंबो के सेंट एंटनी धर्म स्थल पर जुटे जहां धमाकों में मारे गए लोगों की सूची लगाई गई थी।

इस दौरान प्रार्थना सभा में बौद्ध भिक्षु भी शामिल हुए।

गिरिजाघर की घंटी सुबह 8.45 बजे बजाई गई, एक हफ्ते पहले ठीक इसी समय आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ाया था। चर्च की घड़ी विस्फोट में टूट गई और आज भी घड़ी वही सुबह के 8.45 का समय दिखा रही है।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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