उप्र : भाजपा सहानभूति और समर्पित कार्यकर्ताओं के भरोसे चुनावी मैदान में

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लखनऊ, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की खाली आठ में से सात सीटों पर उप चुनाव होना है। 2022 से पहले का यह चुनाव सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए इम्तिहान माना जा रहा है। भाजपा ने इस उपचुनाव के लिए घोषित किये प्रत्याशियों की सूची में अपने बेदाग छवि और समर्पित कार्यकातार्ओं को जगह देकर एक बड़ा संदेश दिया है।

कुछ सीटें अपने विधायकों के निधन के कारण खाली हुई हैं, वहां उनके किसी परिवार जन को ही मैदान में उतारकर सहानुभूति कार्ड भी खेला गया है। बाकी सीटों पर पुराने व समर्पित कार्यकर्ता को ही टिकट देकर भाजपा ने भरोसा जीतने की कोशिश की है।


पार्टी के नीति निर्धारक जनता के बीच अपनी बेदाग छवि को पेश करने का प्रयास किया है। पार्टी ने कार्यकतार्ओं पर भरोसे का संदेश दिया है। जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमंे से 6 सीटें पहले भाजपा जीत चुकी है। सात सीटों के लिए प्रदेश के सभी दलों ने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। इनका नामांकन भी चल रहा है, इसके साथ ही हर पार्टी के बड़े नेता अब छोटी सभा करने के साथ विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में वर्चुअल सभा भी कर रहे हैं।

बांगरमऊ की सीट कुलदीप सेंगर की विधायकी जाने के बाद पार्टी ने उनके सगे सबंधी को टिकट न देकर वहां से पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकांत पर भरोसा जताया है। भाजपा जानती थी कि कुलदीप सेंगर के परिवार से किसी शख्स को टिकट देने का मतलब विरोधी दलों को बैठे बिठाए मुद्दा मिलना था। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपने कार्यकर्ता पर ही भरोसा जताया है।

जौनपुर की मल्हनी सीट पर निषाद पार्टी से धनंजय सिंह के चुनाव मैदान में उतरने की खूब चर्चा रही है। वह टिकट के चक्कर में भाजपा कार्यालय के चक्कर लगाते भी देखे गए। इसे लेकर निषाद पार्टी ने भाजपा पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया था। लेकिन भाजपा नेताओं ने स्पष्ट रूप से मना कर दिया था कि धनंजय सिंह किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है। अब निषाद पार्टी भी भाजपा के पक्ष में आ गयी है।


घाटमपुर सीट पर मंत्री कमलरानी वरूण के निधन से खाली सीट पर पार्टी ने बेदाग छवि और पुराने कार्यकर्ता उपेन्द्र पासवान को प्रत्याशी बनाया है। टूंडला सीट पर प्रेमपाल नागर भाजपा के ब्रज क्षेत्र के मंत्री है। यह भी पुराने कार्यकर्ता हैं।

वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नौगांव सादात विधानसभा सीट से मंत्री रहे दिवंगत चेतन चौहान और बुलंदशहर से स्व. वीरेन्द्र सिरोही की साफ-सुथरी छवि ने उनके परिजनों को टिकट दिलाने में कामयाब रही है। नौगांव सादात से चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान और बुलंदशहर से स्व. सिरोही की पत्नी ऊषा सिरोही पर पार्टी ने भरोसा जताया है।

वरिष्ठ राजनीतिक विष्लेषक पी.एन. द्विवेदी का कहना है उत्तर प्रदेश वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व सात सीटों पर होने वाले चुनाव को भारतीय जनता पार्टी सेमीफाइल मानकर तैयारी में जुटी है। जिन सात सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से 6 भाजपा के पास थी। ऐसे में पार्टी सभी सीटों को जीतने का जोर लगाएगी। यह चुनाव आगे आने वाले समय के लिए बड़ा संकेत साबित होंगे।

उप्र भाजपा के मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित संगठन है। कार्यकर्ता हमेषा सर्वोपरि है। पार्टी ने हमेषा कार्यकतार्ओं को हर भूमिका में प्राथमिकता दी है। उप चुनाव में भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। पार्टी सरकार के तीन वर्ष के शानदार कायरें और संगठन के अथक मेहनत के आधार पर चुनाव लड़ेगी और जनता हम पर विश्वास जताएगी।

–आईएएनएस

विकेटी-एसकेपी

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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