विश्व युवा सम्मेलन में गांधी के विचारों को अपनाने पर जोर

  • Follow Newsd Hindi On  

सोनीपत (हरियाणा), 26 अगस्त (आईएएनएस)| ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) में दयालुता विषय पर विश्व युवा सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान सत्य, अहिंसा, करुणा और दया के माध्यम से शांति की खोज के लिए महात्मा गांधी के विचारों को रेखांकित किया गया। गांधी के अहिंसा के विचारों से समाज में स्थायी शांति के लिए दुनिया भर के कई युवा नेताओं और विशेषज्ञों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया। इसके लिए जीजेजू ने एक संस्थागत भागीदार के तौर पर इस अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की मेजबानी की, जिसमें दुनियाभर के 100 से अधिक युवा नेताओं ने हिस्सा लिया।

विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर सी. राज कुमार ने गांधी के विचारों के महत्व को स्पष्ट किया।


उन्होंने कहा, “गांधी इस बात का एक अमर उदाहरण हैं कि कैसे एक व्यक्ति एक समुदाय, राष्ट्र और दुनिया को प्रेरित कर सकता है। अगर वास्तविक सामाजिक परिवर्तन प्राप्त करना है तो उनकी शिक्षाओं को हमारी शिक्षा प्रणालियों में शामिल करने के साथ ही हमारे दैनिक जीवन में भी अपनाने की आवश्यकता है।”

इस दौरान उन्होंने नेल्सन मंडेला के विचारों को भी सभी के सामने रखा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं से मंडेला का उदाहरण देते हुए जीवन में दयालु और आशावादी बने रहने की बात भी कही।

 


(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)