आज ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ (World Environment Day) है। इसे ‘पर्यावरण दिवस’ या ‘ईको डे’ भी कहा जाता है। प्रकृति को सुरक्षित रखने के लिए हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
पर्यावरण जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बिना जीवन की कल्पना करना बहुत नामुमकिन है, लेकिन आज हम अपने पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम प्रकृति की चीजों का ज्यादा और गलत उपयोग कर रहे हैं, जिससे प्रकृति दिन- प्रतिदिन दूषित होती जा रही है। कई रिसर्च में साबित हो चुका है कि अगर इसी तरह से प्रकृति को नुकसान पहुंचाते रहे तो जल्द ही प्राकृतिक संसाधन खत्म हो जाएंगे और जीवन खतरे में आ जाएगा। लोगों में इसी के प्रति जागरूकता फैलाने और पर्यावरण को बचाने के लिए हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
इस साल ‘विश्व पर्यावरण दिवस 2019’ की थीम ‘Beat Air Pollution’ अर्थात ‘वायु प्रदूषण को हराएं’ तय की गई है। इस बार चीन इस कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है।
क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस?
लोग अपने जीवन को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और प्राकृतिक संसाधनों का दुरूपयोग कर रहे हैं। इस वजह से पर्यावरण दूषित होता जा रहा है। पर्यावरण की ऐसी स्थिति चिंता का विषय है। इसलिए हर वर्ष बड़े पर्यावरण मुद्दों जैसे खाने की बर्बादी, ग्लोबल वार्मिंग, जंगलों की कटाई आदि के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
हर साल विश्व पर्यावरण दिवस पर एक पर्यावरण से संबंधित थीम चुनी जाती है और पूरी दुनिया में उसपर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता है और पर्यावरण बचाने की सलाह दी जाती है। जैसा कि बताया गया इस साल की थीम वायु प्रदुषण से संबंधित है, क्योंकि दुनिया में लगातार वायु प्रदुषण बढ़ रहा है। इसलिए इस वर्ष यह थीम चुनी गई है।
कैसे हुई थी विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत?
दिन प्रतिदिन पर्यावरण की खराब स्तिथि को देखते हुए वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। इसकी घोषणा मानव पर्यावरण पर शुरु हुए सम्मेलन में की गई थी। दो वर्ष बाद, 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। तब से ही हर साल इसकी एक थीम चुनी जाती है और एक देश इसकी मेजबानी करता है। 1974 में इसकी थीम ‘Only The Earth’ यानि ‘केवल धरती’ थी।
इस दिन विभिन्न कर्यक्रमों द्वारा दुनिया भर के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है।
इतिहास में 5 जून- 1972 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ की शुरुआत की गई