World Radio Day: वर्ल्ड रेडियो डे (World Radio Day) 13 फरवरी को पूरे दुनिया भर में मनाया जाता है। वर्ल्ड रेडियो डे लोगों को रेडियो के प्रति जागरूकता बढ़ाने और प्रसारकों के बीच नेटवर्किंग को मजबूत बनाने का एक साधन है ।
आज भी दुनिया भर में करोड़ों लोग रेडियो सुनते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रेडियो को एक नई दिशा दी है। वे रेडियो पर ‘मन की बात’ कहते हैं जिसे सुनने के लिए करोड़ों लोग रेडियो का प्रयोग करते हैं। इस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियो को दोबारा लोगों के घर में पहुंचाया है।
आपको बता दें कि विश्व रेडियो दिवस 2020 का थीम- ‘रेडियो और विविधता’ (Radio and Diversity) था। 2020 का थीम विविधता और बहुभाषावाद पर केंद्रित था।
विश्व रेडियो दिवस 2021 का थीम
विकास: दुनिया बदलती है, रेडियो विकसित होता है – रेडियो सस्ता और टिकाऊ है;
इनोवेशन: दुनिया बदलती है, रेडियो एडाप्ट करता है और इनोवेट करता है- रेडियो नई तकनीकों को अपनाता है और मोबिलिटी का माध्यम बना रहता है, जो हर जगह और हर किसी के लिए सुलभ है;
कनेक्शन: दुनिया बदलती है, रेडियो जोड़ता है – प्राकृतिक आपदाओं, सामाजिक-आर्थिक संकटों, महामारी, आदि के दौरान रेडियो सेवाएं हमारे समाज को जोड़ती हैं।
विश्व रेडियो दिवस का उद्देश्य और महत्व
वर्ल्ड रेडियो डे मनाने का उद्देश्य जनता और मीडिया के बीच रेडियो के महत्व को बढ़ाने हेतु जागरूकता फैलाना है। यह निर्णयकर्ताओं को रेडियो के माध्यम से सूचनाओं की स्थापना एवं जानकारी प्रदान करने, नेटवर्किंग बढ़ाने तथा प्रसारकों के बीच एक प्रकार का अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्रदान करने हेतु भी प्रोत्साहित करता है।
विश्व रेडियो दिवस का इतिहास
स्पेन रेडियो अकैडमी ने 2010 में पहली बार इसका प्रस्ताव रखा था। 2011 में यूनेस्को की महासभा के 36वें सत्र में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया गया। 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के तौर पर यूनेस्को की घोषणा को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 14 जनवरी, 2013 को मंजूरी दी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 67वें सत्र में 13 फरवरी को ‘विश्व रेडियो दिवस’ के रूप में घोषित करने के लिए एक संकल्प अपनाया गया तथा इसी प्रकार 13 फरवरी को प्रत्येक साल विश्व रेडियो दिवस मनाया जाने लगा।
कैसे मनाया जाता है?
हर साल यूनेस्को दुनिया भर के ब्रॉडकास्टर्स, संगठनों और समुदायों के साथ मिलकर रेडियो दिवस के अवसर पर कई तरह की गतिविधियों का आयोजन करता है।
रेडियो से जुड़े संबंधित कुछ रोचक बातें
• कनाडाई वैज्ञानिक रेगिनाल्ड फेसेंडेन ने 24 दिसम्बर 1906 की शाम जब अपना वॉयलिन बजाया तथा अटलांटिक महासागर में तैर रहे तमाम जहाजों के रेडियो ऑपरेटरों ने उस संगीत को अपने रेडियो सेट पर सुना, वे विश्व में रेडियो प्रसारण की शुरुआत थी।
• पहली बार रेडियो में विज्ञापन की शुरुआत साल 1923 में हुई. इसके बाद ब्रिटेन में बीबीसी और अमेरिका में सीबीएस और एनबीसी जैसे सरकारी रेडियो स्टेशनों की शुरुआत हुई।
• ली द फोरेस्ट ने साल 1918 में न्यूयॉर्क के हाईब्रिज इलाके में विश्व का पहला रेडियो स्टेशन शुरु किया था।
• सुभाष चंद्र बोस ने नवंबर 1941 में रेडियो पर जर्मनी से भारतवासियों को संबोधित किया था।
• भारत में रेडियो ब्रॉडकास्ट की शुरुआत साल 1923 में हुई थी।
• भारत में साल 1936 में सरकारी ‘इम्पेरियल रेडियो ऑफ इंडिया’ की शुरुआत हुई जो आजादी के बाद ऑल इंडिया रेडियो या आकाशवाणी बन गया.
• भारत में 214 सामुदायिक रेडियो प्रसारण केंद्र (कम्युनिटी रेडियो) हैं।