यूएन में शिनच्यांग के मानवाधिकार विकास का परिचय दिया गया

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बीजिंग, 26 जून (आईएएनएस)| शिनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश की सीपीसी पार्टी की कमेटी के उपाध्यक्ष एर्खन तुनियाजी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 41वें सम्मेलन में 25 जून को शिनच्यांग के मानवाधिकार कार्य के विकास, आतंकवाद विरोधी और उग्रवाद पर प्रहार करने का परिचय दिया। अपने बयान में एर्खन ने कहा, “प्राचीन काल से ही शिनच्यांग चीन का एक अभिन्न भाग है। शिनच्यांग चीन का एक बहुजातीय क्षेत्र है, जहां अनेक धार्मिक विश्वास एक साथ उपस्थित हैं। नए चीन की स्थापना के पिछले 70 सालों में शिनच्यांग के विभिन्न कार्यो में भारी प्रगति मिली है। लेकिन शिनच्यांग जातीय अलगाववादी, हिंसक आतंकवादी और धार्मिक उग्रवाद का शिकार भी है। आतंकवाद और उग्रवाद मानव समाज के समान शत्रु हैं। चीन सरकार किसी भी तरीके के आतंकवाद और उग्रवाद का विरोध करती है।”

उन्होंने कहा, “धार्मिक उग्रवाद से ग्रस्त लोगों को बचाने के लिए चीन ने कानून के मुताबिक शिनच्यांग में पेशेवर तकनीकी शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है। दो सालों के प्रयास के बाद शिनच्यांग में पेशेवर तकनीक शिक्षा प्रशिक्षण कार्य में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई हैं। लोगों ने धीरे-धीरे आतंकवादी और उग्रवादी की मानसिक नियंत्रण से छुटकारा पाया और कुछ यथार्थ तकनीक भी सीखी। हाल में अनेक लोगों ने केंद्र से रवाना होकर नये रोजगार भी पाये हैं।”


एर्खन ने कहा, “इधर के तीन सालों में शिनच्यांग में कुछ भी हिंसक आतंकवादी घटना नहीं हुई है। शिनच्यांग में सामाजिक सुरक्षा की स्थिति बेहतर हुई है। 2018 में शिनच्यांग में यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या 15 करोड़ तक पहुंची, जिसमें पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।”

एर्खन ने कहा, “चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के विचार में बड़ा महत्व देता है। चीन ने अनेक बार विदेशी राजदूतों, सरकारी अधिकारियों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, धार्मिक संगठनों और पत्रकारों को शिनच्यांग का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था। कुछ समय पहले संयुक्त राष्ट्र संघ के उप महासचिव और जेनेवा स्थित 20 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने शिनच्यांग की यात्रा की। उनका मानना है कि चीन के शिनच्यांग में आतंकवाद विरोधी कार्य सफल रहा है।”

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष और उच्च विशेष प्रतिनिधि, जेनेवा स्थित विभिन्न देशों के राजनयिकों समेत 500 से अधिक लोगों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया। विभिन्न पक्षों ने एर्खन के बयान का उच्च मूल्यांकन किया और कहा कि यह उन के शिनच्यांग के मानवाधिकार कार्य और आतंकवाद विरोधी कार्य को तमाम रूप से समझने के लिए मददगार है।


(साभार–चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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