महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दो सीटें और बिहार विधानसभा उपचुनाव की एक सीट जीतने के बाद AIMIM के हौसले बुलंद हैं। अब पार्टी की नजर हाल ही में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है। अन्य दलों के साथ अगर गठबंधन नहीं हुआ तो पार्टी राज्य के 50 विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी। इसमें से एक दर्जन सीटों पर पार्टी जीत भी दर्ज करेगी। पार्टी के अर्जुन तिवारी और रांची के अध्यक्ष मो अर्श ने यह बातें कही।
रांची के एक होटल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संगठन को धारदार बनाने के लिए 27 अक्तूबर को रांची में विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन हिन्दपीढ़ी में किया जायेगा। इस सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष हुब्बन मल्लिक सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा में दो सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा बिहार की किशनगंज विधानसभा सीट पर भी पार्टी ने जीत दर्ज की है। बिहार में AIMIM की यह पहली संसदीय जीत है। देश की जनता असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का समर्थन कर रही है। विरोधी दल मजलिस को मुसलमानों का पार्टी बताकर लोगों को गुमराह करने की असफल कोशिश करती रही है।
मजलिस हर धर्म और वर्ग के लोग हैं। ओवैसी एकमात्र नेता है जो समानता और संवैधानिक स्तर पर राजनीति की पैरवी करते हैं। झारखंड के संबंध में उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा और स्वस्थ्य सेवा की स्थिति सबसे बदतर है। रिम्स जैसे बड़े संस्थान में लोग जमीन पर लेटकर इलाज कराने को मजबूर हैं। प्रदेश में हजारों सरकारी स्कूलों को बंद कराने के बाद सरकार अब निजी स्कूलों को बंद कराने पर अमादा है।