लखनऊ | उत्तर प्रदेश के एक मंत्री ने प्रदूषण की समस्या का एक अनोखा हल सुझाया है। मंत्री का मानना है कि यज्ञ से भगवान इंद्र प्रसन्न होंगे, जिससे बारिश होगी और प्रदूषण में कमी आएगी।
उत्तर प्रदेश के मंत्री सुनील भराला की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब दिल्ली, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी व मध्य भाग सबसे खराब हवा की गुणवत्ता से जूझ रहे हैं। ज्यादातर जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर या तो ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है।
भराला ने कहा कि पराली जलाना प्राकृतिक प्रक्रिया है और इससे इस हद तक प्रदूषण नहीं होता। उन्होंने कहा, “किसानों ने हमेशा से पराली जलाने का कार्य किया है और प्राकृतिक प्रक्रिया की बार-बार आलोचना दुर्भाग्यपूर्ण है।”
उत्तर प्रदेश के मंत्री ने सुझाव दिया कि भगवान इंद्र की प्रार्थना से प्रदूषण से निपटने में मदद मिलेगी। भराला श्रम कल्याण बोर्ड के चेयरमैन हैं और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त है।
भराला ने कहा, “सरकार को भगवान इंद्र (बारिश के देवता) को प्रसन्न करने के लिए यज्ञ करवाना चाहिए, यह पारंपरिक तौर पर होता रहा है। भगवान इंद्र चीजों को सही कर देंगे।”
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रदूषण के पीछे पराली जलाने को प्रमुख कारकों में से एक माना जा रहा है। पंजाब में हाल के दिनों में पराली जलाने के 22,000 से ज्यादा मामले व हरियाणा में 4,200 मामले सामने आए हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि जब किसान गन्ना व दूसरे फसलों की खेती करते हैं तो इस तरह के अपशिष्ट पैदा होते हैं और उन्हें जलाने की आलोचना करना किसानों पर हमला है।
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