बीते 10 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2020) के नतीजे आए थे। बिहार में एक बार फिर से एनडीए (NDA) की सरकार पूर्ण बहुमत से बनी है।
नतीजों के बाद ऐसे कई विधायक हैं जिनकी चर्चा किसी न किसी वजह से बनी हुई है। ऐसे ही एक विधायक हैं कटिहार जिले के बलरामपुर से भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (CPI ML) के महबूब आलम (Mehboob Alam)।
महबूब ने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के वरुण कुमार झा को 53078 मतों के अंतर से पराजित किया है। बता दें कि महबूब को चौथी बार विधायक चुना गया है।
महबूब के चर्चा की वजह जीत नहीं है। वो जीत के अलावा एक और वजह से चर्चा में हैं। वो वजह है उनकी सादगी। कोई भी नेता अगर चार बार से विधायक हो तो हमारे जेहन में ये जरूर आएगा कि वो बड़े ही आलीशान घर में रहता होगा, उसके पास कई गाड़िया होंगी, नौकर चाकर होंगे। लेकिन अगर आप महबूब के घर जाएंगे तो आपके ये सारे भ्रम टूट जाएंगे।
महबूब आज भी एक कच्चे मकान में रहते हैं। उन्होंने अपने इस मकान को लेकर कई बार कहा भी है कि, मैं जनता की सेवा के लिए विधायक बना हूं। उनकी सेवा मेरी प्राथमिकता है। मैं अपने साधारण होने का कभी प्रचार नहीं करना चाहता।
महबूब आलम जैसे MLA भी होते हैं , जो चौथी बार चुने गए पर आज कर अपना पक्का मकान तक नहीं। https://t.co/L9Kz7bixeJ
— Vinod Kapri (@vinodkapri) November 12, 2020
उनकी पत्नि ने भी कहा है कि वो उनके जैसा पति पाकर धन्य हैं जो जनता की सेवा को अपनी प्राथमिकता मानता है।
आज जब राजनीति का मतलब ग्लैमर हो गया है तो ऐसे में महबूब आलम वाकई में एक प्रेरणा के रूप में सामने आते हैं।