बिहार: विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार (Nitish Sarkar) पर जमकर हमला बोल है । नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश सरकार (Nitish Sarkar) पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में शिक्षण के 56% और गैर-शिक्षण के 70% पद खाली है। योजना मद का आधा हिस्सा खर्च होता है बाकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता है। कागजों में बजटीय राशि खर्च करने के लिए मार्च महीने में सबसे बड़ी लूट होती है।
बिहार में शिक्षण के 56% और गैर-शिक्षण के 70% पद खाली है।योजना मद का आधा हिस्सा खर्च होता है बाकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता है। कागजों में बजटीय राशि खर्च करने के लिए मार्च में सबसे बड़ी लूट होती है।वर्षों से सभी विभागों के हजारों-लाखों करोड़ के उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए गए है। pic.twitter.com/mHj84kivNF
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 30, 2021
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में भारी लूट और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। ब्लॉक से लेकर सचिवालय तक भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके है। हर विभाग के अनुमानित बजट और वास्तविक व्यय में भारी अंतर होता है।यह मैं नहीं CAG की हर वर्ष की रिपोर्ट कहती है।समय लगे तो CM को स्वयं विगत 10 वर्षों की CAG रिपोर्ट पढ़नी चाहिए।
बिहार में शिक्षण के 56% और गैर-शिक्षण के 70% पद खाली है।योजना मद का आधा हिस्सा खर्च होता है बाकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता है। कागजों में बजटीय राशि खर्च करने के लिए मार्च में सबसे बड़ी लूट होती है।वर्षों से सभी विभागों के हजारों-लाखों करोड़ के उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए गए है। pic.twitter.com/mHj84kivNF
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 30, 2021
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav)ने अगले ट्वीट में सीएम नीतीश से सवाल पूछते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश जी बतायें कि 8-10 वर्ष बाद भी प्रशासन और उनके विभाग उपयोगिता प्रमाण पत्र क्यों नहीं जमा कर पाए है? अगर सब कुछ पारदर्शी और सही है तो फिर 10-10 वर्षों की देरी क्यों? क्या आप नैतिकता और कर्तव्य बोध को बेच जनता का पैसा लूटने और लूटवाने के लिए गद्दी पर बैठे है?