5000 रुपये लगाकर 49 लाख रुपये कमाने का मौका, यहां देखें कैसे

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सभी अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की सोचते हैं, लेकिन बहुत काम लोग इसमें कामयाब हो पाते हैं। लोग जानकारी और सही प्लानिंग न होने के कारण बहुत से मौके गंवा देते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो फ्यूचर को बेहतर बनाने के लिए सही प्लानिंग करना बहुत जरूरी है। फाइनेंशियल प्लानिंग सही तरह से की जाए तो थोड़ी- थोड़ी रकम को निवेश करके ही फ्यूचर को सिक्योर बनाया जा सकता है।

फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए कैपिटल मार्केट लोगों को कई विकल्प देती है, जिनमें से एसआईपी (SIP) के जरिए म्युचूअल फंड (Mutual Fund) में निवेश एक अच्छा ऑप्शन है। इस में एक निश्चित समय अंतराल पर थोड़ी रकम को जमा कराया जा सकता है और फ्यूचर को फाइनेंशियली तौर पर मजबूत बनाया जा सकता है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि कैसे म्युचूअल फंड की SIP करेगी एक सिक्योर फ्यूचर में मदद।


म्युचूअल फंड की SIP ही क्यों?

अगर ब्लूमबर्ग द्वारा आकड़ों पर ध्यान दें, तो पिछले 15 साल के दौरान शेयर बाजार ने सोने से ज्यादा मुनाफा दिया है। शेयर मार्केट में उतार- चढ़ाव आते रहते हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि निवेश म्युचूअल फंड्स में SIP के जरिए किया जाए। बता दें कि इक्विटी म्यूचुअल फंड ने पिछले 15 से 20 साल में 20% से भी ज्यादा की सालाना दर से मुनाफा दिया है। इसलिए यह उन निवेशकों के लिए फायेदेमंद होता है, जो निवेश में थोड़ा रिस्क ले सकते हैं।

कैसे मिलेंगे 49 लाख रुपये ?


एसकोर्ट सिक्योरिटी के रिसर्च हेड आसिफ इकबाल की मानें तो बेहतर इक्विटी फंड में हर महीने 15 हजार रुपये निवेश करने होंगे। यह निवेश आसानी से केवल रोज 170 रुपये बचाने से हो जाएगा। इसकी अवधि 20 साल तक होगी। ऐसे में 12% मुनाफा हो तो निवेश बढ़कर करीब 49 लाख रुपये हो जाएगा।

कितनी सेफ है म्युचूअल फंड की SIP?

एक्सपर्ट्स की मानें तो म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा ऑप्शन हैं। हर महीने थोड़ा थोड़ा निवेश करके बड़ा फंड हो जाता है। साथ ही इसमें निवेश में रिस्क कुछ कम होता है। आप इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आप अपना पैसा कि‍सी एक कंपनी में निवेश करते हैं तो कंपनी के डूबने पर आपका सारा पैसा भी डूब जाता है। जबकि म्यूचुअल फंड में निवेशकों को सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि उनके पैसे अलग अलग कंपनियों में लगाए जाते हैं। यानी की अलग-अलग शेयर और बॉन्‍ड्स में पैसे इन्वेस्ट करने पर किसी एक कंपनी में पैसा डूबने से निवेशकों को कोई खास नुकसान नहीं होता।

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