‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के तहत देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर लंबे समय से बहस हो रही है। ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर बुधवार को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में लंबी बैठक चली। कांग्रेस समेत करीब 14 पार्टियों ने इस मीटिंग का बहिष्कार किया और इसमें शामिल नहीं हुई। हालाँकि, इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस में मतभेद नजर आ रहा है। पार्टी इस मुद्दे पर एकमत बनाने में नाकाम रही है। कांग्रेस के ऑफिसियल स्टैंड से परे पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने ‘एक देश, एक चुनाव’ का समर्थन किया है।
मिलिंद देवड़ा ने कहा कि “केंद्र सरकार का ‘एक देश, एक चुनाव’ का प्रस्ताव डिबेट के लायक है। हमें ये बुलकुल नहीं भूलना चाहिए कि देश में 1967 से पहले देश में एक साथ ही चुनाव होते थे। पूर्व सांसद होने के नाते मैं मानता हूं कि लगातार होने वाले चुनावों की वजह से सरकार चलाने में परेशानियां आती हैं, अच्छे से सरकार नहीं चल पाती। लगातार चुनाव गुड गवर्नेंस की दिशा में बाधा है। इसकी वजह से नेता मूल मुद्दों से भटक जाते हैं और उनका फोकस जनता को लुभाने में लगा रहता है।” हालाँकि, ‘एक देश, एक चुनाव’ पर अपनी राय को देवड़ा ने व्यक्तिगत बताया है।
My personal views on the ongoing #OneNationOneElection debate pic.twitter.com/dUxP5BeJ80
— Milind Deora (@milinddeora) June 19, 2019
गौरतलब है कि आज हुई मैराथन बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक कमेटी बनाने का प्रस्ताव दिया है जो इससे जुड़े पहलुओं का अध्ययन करेगी। शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने भी कमेटी के गठन का प्रस्ताव दिया।
40 दलों को भेजा गया था न्यौता
बैठक समाप्त होने के बाद मीडिया से बात करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मीटिंग में शामिल होने के लिए 40 राजनीतिक दलों को न्यौता भेजा गया था। इसमें 21 दलों के नेता पहुंचे और 3 पार्टियों ने लिखित रूप से इस मुद्दे पर अपनी राय भेजी थी।
बता दें, एनडीए की सहयोगी रही शिवसेना भी इस बैठक में नहीं पहुंची। ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने एक देश-एक चुनाव का समर्थन किया है। जबकि सीपीएम, समाजवादी पार्टी ने इसका विरोध किया है। मीटिंग में नहीं पहुंचने वाली पार्टियों में कांग्रेस, टीएमसी, टीडीपी, आम आदमी पार्टी, एआईएडीएमके, डीएमके, एसपी, बीएसपी, शिवसेना, आरजेडी, जेडीएस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, एआईयूडीएफ और आईयूएमएल शामिल हैं।