हिंदी फिल्मों में अपने जबरदस्त अभिनय और रौबदार अंदाज के लिए मशहूर प्राण ने कई दशकों तक इंडस्ट्री पर राज किया। अपने हर किरदार को उन्होंने एक अलग रूप दे कर हमेशा के लिए यादगार बना दिया। एक खलनायक के तौर पर भी वह फिल्मों में जान डाल दिया करते थे। आज सिनेमा के इस महान कलाकर की पुण्यतिथि है।
प्राण का जन्म 12 फरवरी, 1920 को पुरानी दिल्ली में हुआ था। बचपन से फोटोग्राफर बनने की चाह रखने वाले प्राण ने 1940 में आई पंजाबी फिल्म ‘यमला जट’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की। 1942 में उन्होंने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘खानदान’ में काम किया। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने कई बेहतरीन फिल्में की, जिसके लिए 2001 में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया और 2013 में उन्हें फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के सम्मान भी प्रदान किया गया। आइये जानते हैं उनके कुछ बेहतरीन किरदारों के बारे में।
प्राण के कुछ यादगार किरदार
जंजीर (1973)
अपने करियर की सबसे यादगार भूमिका प्राण ने इसी फिल्म में निभाई थी। अमिताभ और प्राण के बीच की वो लड़ाई और डायलॉग्स आज भी पसंद किये जाते हैं। शेर खान के रोल में प्राण की यह बेस्ट परफॉर्मेंस थी।
उपकार (1967)
फिल्मों में मुख्यतः विलेन के किरदार निभाने वाले प्राण ने इस फिल्म से ही सहायक अभिनेता के रूप में काम शुरू किया। इस फिल्म में उन्होंने साबित किया कि एक बेहतरीन विलेन के साथ वह सहजता वाले किरदार भी बखूबी निभा सकते हैं। इस फिल्म का गाना ‘कसमे वादे प्यार वफ़ा’ हमेशा के लिए यादगार बन गया।
कालिया (1981)
जेलर राघवीर सिंह के किरादर में प्राण ने इस फिल्म में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। अमिताभ बच्चन जैसे सुपरस्टार के साथ काम करने के बावजूद प्राण का किरदार किसी भी मामले में अमिताभ से कम नहीं लगा। इस फिल्म में उनके किरदार ने साबित किया कि वह किसी से कम नहीं हैं।
नसीब (1981)
1981 में ही आई इस फिल्म में भी प्राण और अमिताभ बच्चन की जोड़ी दिखी नामदेव के किरदार में प्राण ने सभी को लुभाया। एक सहायक अभिनेता के तौर पर प्राण ने इस फिल्म में अपनी पूरी छाप छोड़ी।
शराबी (1984)
इस फिल्म में प्राण ने अमिताभ बच्चन के करोड़पति पिता का किरदार निभाया, जो पैसो के आगे प्रेम और रिश्तों की कद्र नहीं करता है अपने अभिनय से उन्होंने इस फिल्म में भी अपनी काबिलियत साबित की इस फिल्म ने उनके रुतबे को और बढ़ा दिया था।