हर साल 15 अगस्त को भारत में ब्रिटिश शासन से मुक्ति और स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर उदय के रुप में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह दिन ब्रिटिश शासन के अंत और स्वतंत्र भारत की शुरुआत का प्रतीक है।
इस दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है और साथ ही साथ भारत और पाकिस्तान के विभाजन को भी दर्शाता है। इस दिन लोग अपने नेताओं और पूर्व में भारत की आजादी के लिए लड़ने वालों को श्रद्धांजलि देते हैं।
राष्ट्रपति स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ‘राष्ट्र को संबोधन’ देते हैं। वहीं देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते हैं और भाषण देते हैं।
स्वतंत्रता दिवस का इतिहास और समारोह
भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की शुरुआत 1857 में मेरठ में सिपाही विद्रोह के साथ शुरू हुआ। बाद में 20वीं शताब्दी में, महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अन्य राजनीतिक संगठन ने देशव्यापी स्वतंत्रता आंदोलन चलाया। जिसके फलस्वरुप औपनिवेशिक शासन से 14 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली।
14 अगस्त 1947 को संविधान सभा को सत्ता हस्तांतरित की गई और इस प्रकार भारत को स्वतंत्रता का जश्न मनाने के लिए रात 11 बजे का वो ऐतिहासिक लम्हा मिला। भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की और 14 और 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को एक स्वतंत्र देश के तौर पर दुनिया के नक्शे पर सामने आया।
यह दिन भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता हासिल करने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
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