उत्तर प्रदेश में मिर्ज़ापुर जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों को मिड-डे मील के तौर पर नमक-रोटी खाते देखने का वीडियो जारी होने के कुछ ही दिन बाद राज्य सरकार ने इस घटना का खुलासा करने और वीडियो शूट करने वाले पत्रकार पवन जायसवाल पर एफआईआर दर्ज कर दिया है। इससे पहले डीएम ने भी विद्यालय का दौरा करके माना था कि विद्यालय में बच्चों को रोटी-नमक दिया गया था। उन्होंने दोषी शिक्षक और एक अधिकारी को निलंबित कर दिया था।
पत्रकार पर मुकदमा क्षेत्रीय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने दर्ज करवाया है। अपनी शिकायत में क्षेत्रीय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने पत्रकार पवन जायसवाल तथा स्थानीय ग्राम प्रधान के एक प्रतिनिधि पर राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए रची गई साज़िश का हिस्सा होने का आरोप लगाया है।
नमक-रोटी खाते हुए वीडियो हुआ था वायरल
गौरतलब है कि मिर्जापुर के सियूर सरकारी विद्यालय में पिछले दिनों करीब 100 बच्चों को मिड-डे मील के नाम पर नमक और रोटी बांटा गया था। बच्चों को नमक और रोटी बांटे जाने का विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। इसके बाद राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी। घटना के बाद कारवाई करते हुए डीएम अनुराग पटेल ने एबीएसए बृजेश सिंह को निलंबित कर दिया था और बीएसए को ट्रांसफर करने की शासन से सिफारिश करने के साथ ही उन्हें कार्यमुक्त भी कर दिया था।
This is Pawan Jaiswal , the #Mirzapur reporter who broke the roti + salt in mid day meal story. He has been booked by @mirzapurpolice for allegedly conspiring against the @UPGovt . In this video he reiterates he reported what he saw . @IndEditorsGuild please take cognizance ! pic.twitter.com/5mU47uufAo
— Alok Pandey (@alok_pandey) September 2, 2019
पत्रकार पर धोखाधड़ी तथा आपराधिक साजिश रचने का लगा आरोप
तीन-पृष्ठ की FIR में हालांकि दर्ज किया गया है कि जिस दिन वीडियो शूट किया गया, उस दिन स्कूल में सिर्फ रोटियां पकाई गई थीं। इसमें कहा गया है कि गाम प्रधान के प्रतिनिधि को पत्रकार को स्कूल परिसर में बुलाने के स्थान पर सब्ज़ियों की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
FIR में यह भी कहा गया है कि वीडियो एक स्थानीय पत्रकार ने शूट किया था, जो ‘जनसंदेश टाइम्स’ के लिए काम करता है, तथा उसे फिर समाचार एजेंसी ANI को फॉरवर्ड कर दिया गया। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया तथा राज्य सरकार की बदनामी हुई। पत्रकार तथा गाम प्रधान के प्रतिनिधि पर धोखाधड़ी तथा आपराधिक साज़िश रचने का आरोप लगाया गया है।