नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी, गृह मंत्री अमित शाह का शिलॉन्ग दौरा रद्द

  • Follow Newsd Hindi On  
नागरिकता एक्ट को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी, गृह मंत्री अमित शाह का शिलॉन्ग दौरा रद्द

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन जारी है। खासकर पूर्वोत्तर राज्यों में इस कानून को लेकर व्यापक पैमाने पर विरोध हो रहा है। इसके मद्देनजर अब गृह मंत्री अमित शाह का शिलॉन्ग दौरा रद्द कर दिया गया है। दरअसल, रविवार को अमित शाह को नॉर्थ ईस्ट पुलिस अकादमी के कार्यक्रम में शामिल होना था।

जापानी प्रधानमंत्री का भारत दौरा रद्द

असम में हिंसक प्रदर्शन की वजह से जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपनी भारत यात्रा टाल दी है। जापान के जिजी प्रेस के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है। आबे की यात्रा रविवार से शुरू होने वाली थी। शिंजो आबे आबे 15 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले थे। दोनों नेताओं की बैठक असम के गुवाहाटी में होनी थी, जहां फिलहाल विवादास्पद नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।


बांग्लादेश के गृहमंत्री ने भी भारत दौरा रद्द किया

उधर बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए.के. अब्दुल मोमिन के बाद अब बांग्लादेश के गृहमंत्री असदुज्जमान खान कमाल ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है। असदुज्जमान ने यह कदम भारत में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के चलते उठाया है। असदुज्जमान सिलहट के तामबिल बॉर्डर के जरिए शुक्रवार को मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के निमंत्रण पर दौरा करने वाले थे।

इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए.के. अब्दुल मोमिन ने 14 दिसंबर को बौद्धिक दिवस और 16 दिसंबर को विजय दिवस के पहले अपने व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए अपनी यात्रा को रद्द कर दिया। उनका नई दिल्ली का 3 दिवसीय दौरा 12 से 14 दिसंबर तक निर्धारित था। वह इंडियन ओसियन डॉयलाग में शिरकत करने अपने भारतीय समकक्ष एस.जयशंकर के साथ वार्ता करने वाले थे।

बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों में नागरिक संशोधन कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन जारी हैं। असम में लगातार उग्र प्रदर्शन को देखते हुए डिब्रूगढ़ नगरपालिका क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। सेना और सुरक्षा बलों ने गुवाहाटी शहर में फ्लैग मार्च को जारी रखा है, जिससे शुक्रवार को पांच घंटे तक शांत माहौल देखने को मिला। सुरक्षाबलों के फ्लैग मार्च से एक दिन पहले ही कानून के विरोध में हो रहे हिंसक प्रदर्शन में दो व्यक्ति मारे गए थे।


ये कानून अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से 2015 से पहले भारत आए गैर-मुस्लिमों को देश की नागरिकता देता है। इन हिंसक घटनाओं में प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने आंसू गैस और लाठी चार्ज का सहारा लिया। मेघालय में भी अगले 48 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा बाधित है। मेघालय में सरकार ने एहतियातन मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस पर रोक लगा दी है। राजधानी शिलॉन्ग (Shillong) में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। मेघालय में दो दिन के लिए एसएमएस और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है।


असम के बाद दिल्ली में भी नागरिकता कानून का विरोध, सड़क पर उतरे जामिया के छात्रों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)