कोरोना संकट में नर्सों की कमी से जूझ रहे बिहार के अस्पताल, 7500 नर्सों की जल्द होगी नियुक्ति

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कोरोना संकट में नर्सों की कमी से जूझ रहे बिहार के अस्पताल, 7500 नर्सों की जल्द होगी नियुक्ति

कोरोना महामारी के बीच बिहार के अस्पतालों में डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की कमी की भरपाई करने में जुटा स्वास्थ्य विभाग जल्द ही करीब 7500 ए-ग्रेड नर्स (जीएनएम) की नियुक्ति करने जा रहा है। विभाग के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में मरीजों की बेहतर देखभाल को लेकर तत्काल चयनित ए- ग्रेड नर्सों को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है।

9130 ए-ग्रेड नर्सों की भर्ती के लिए मांगे गए थे आवेदन

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल राज्य में 9130 ए ग्रेड नर्स और 169 ट्यूटर के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। तकनीकी सेवा चयन आयोग के माध्यम से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार अबतक 7500 ए-ग्रेड नर्सो के चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने चयनित की जा चुकी नर्सो की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है ताकि मौजूदा स्थिति को देखते हुए नर्सों की कमी को दूर किया जा सके। इसके साथ ही शेष चयनित होने वाले अभ्यर्थियों की भी नियुक्ति की जाएगी।


वर्तमान में ए- ग्रेड नर्सों की संख्या 4500 है

राज्य के मेडिकल कॉलेज से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र तक ए ग्रेड नर्सों की तैनाती की जाती है। एक सामुदायिक चिकित्सा केंद्र या प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में 16 ए ग्रेड नर्सों की जरूरत है, लेकिन कहीं 3 तो कहीं 5 नर्सें ही ड्यूटी पर मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक, बिहार में अभी ए-ग्रेड नर्सो की संख्या करीब 4500 है। जबकि राज्य में करीब 20 हजार ए-ग्रेड नर्सों की जरूरत है। 9130 नर्सों की नियुक्ति होने से इनकी कमी तत्काल काफी कमस्थिति में काफी सुधार हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि अभी सरकारी सेवा में नियुक्त होने वाली ए ग्रेड नर्सों को 9300-34000 का वेतनमान और 4600 का ग्रेड पे दिया जाता है।

हाल ही में 929 विशेषज्ञ डाक्टरों की हुई है नियुक्ति

बिहार स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में 929 विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति की है। इसके साथ ही चार हजार सामान्य चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही ए ग्रेड नर्सों की नियुक्ति होने से अस्पतालों में मानव संसाधन की कमी काफी हद तक पूरी हो सकेगी।


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