मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मुजफ्फरपुर पॉस्को(POCSO) कोर्ट द्वारा बालिका गृह मामले में मुख्यमंत्री नीतीश पर जांच के आदेश और मोकामा के नाजरथ शेल्टर होम में लड़कियों की प्रताड़ना के खिलाफ आज बिहार में महिला संगठनों ने पटना में विरोध मार्च निकालकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तत्काल इस्तीफे की मांग की।
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर पॉस्को कोर्ट ने इस मामले में एक अर्जी की सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जांच का आदेश दिया है। इसकी संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी।
सभा को संबोधित करते हुए महिला नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सीबीआई बालिका गृह कांड के राजनैतिक संरक्षण की जांच से पीछे भागते रही है और इसीलिए सीबीआई SP को बीच में ही हटाया गया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अच्छी पहलकदमी लेते हुए इसे कोर्ट की अवमानना करार देते हुए सीबीआई के चीफ को सजा सुनाई। जब जांच की आंच सत्ता के शीर्ष तक पहुंच गई है, तब मुख्यमंत्री के अपने पद पर बने रहते निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
महिला नेताओं ने पटना स्थित मोकामा के नाजरथ बालिका गृह मामले में सरकार की घोर लापरवाही, लड़कियों को भगाने की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बालिका गृहों की स्थितियां सुधरने की बजाए लगातार बिगड़ती जा रही हैं।
महिला नेताओं ने आशंका जाहिर की है कि भगाई गई 7 लड़कियों में 4 मुजफ्फरपुर मामले में गवाह भी हैं, यह गवाहों को नष्ट करने, धमकाने की कोशिश तो नहीं है? इसलिए हम महिला संगठन मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में पूरे बिहार में व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
विरोध मार्च में बिहार के अलग-अलग महिला संगठन शामिल थे। जिसमें मुख्य रुप से अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा), बिहार महिला समाज, ऐडवा, महिला सांस्कृतिक संगठन, वीमेंस नेटवर्क जैसे संगठन शामिल थे।
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