जामिया समन्वय समिति (Jamia Coordination Committee) ने बुधवार को सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। 15 दिसंबर, 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय परिसर में होने वाले घटनाक्रमों के विरोध में ‘चलो जामिया’ का आह्वान किया गया है। बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया के छात्रों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बर्बर कार्रवाई की थी।
इस घटना के एक महीने पूरे होने के बाद 15 जनवरी को कलाकारों व छात्रों के साथ विभिन्न वर्ग के लोगों को इकट्ठा करने के लिए मुहिम चलाई जा रही है। इसके लिए बाकायदा देशभर के सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों व शिक्षाविदें को आमंत्रित किया गया है ताकि वो एक साथ मिलकर जामिया का समर्थन करें व पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ आवाज को तेज करें। इस दौरान कलाकारों द्वारा नाटक के जरिए पूरी घटना का मंचन किया जाएगा व अपने विरोध को जताने के लिए आर्टिस्ट (Artist) चित्रों का सहारा लेंगे।
बुधवार को यह विरोध प्रदर्शन दोपहर 12 बजे कैंपस के गेट सात से शुरू होने वाला है। बताया गया है कि ‘चलो जामिया’ सभी छात्रों और सिविल सोसाइटी के लिए CAA, NRC, NPR के विरोध में खड़े होने के लिए एक आह्वान है। पोस्टर में लिखा गया है- हम नहीं भूलेंगे, हम माफ नहीं करेंगे।
इसे सोशल मीडिया पर काफी साझा किया गया है और सुबह से ही ट्विटर पर हैशटैग ‘चलोजामिया’ (#ChaloJamia) ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर यूजर्स ने 15 दिसंबर, 2019 से जामिया परिसर में पुलिस की कार्रवाई से जुड़े वीडियो और तस्वीर भी साझा किए हैं। इस प्रोटेस्ट में बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति की उम्मीद की जा रही है।
It’s been a month now.
Remember 15th December, 2019.
We shall not forget.
We shall not forgive.#ChaloJamia pic.twitter.com/ZHJxYhxACE— Ashna Wahid (@ashna_wahid) January 14, 2020
#ChaloJamia
They are even worse than British ,they never attacked library but now people are awaking #ChaloJamia pic.twitter.com/N6cdv68i6T— Imran Choudhary (@imrankhanrahim) January 14, 2020
The way the Delhi police targeted the innocent student’s and vandalized their campus, is something heart breaking amd unforgettable…. #ChaloJamia pic.twitter.com/uPuUsTlH5O
— baapu2.0 (@0Bapu2) January 14, 2020
Never forget. Yesterday It was AMU JMI and JNU. The fire will reach ultimately to all and soon. Cannot evade not standing up today.#ChaloJamia pic.twitter.com/UgeM5VJLUD
— Rumi رومى (@rumibaig222) January 14, 2020
When Injustice Becomes Law,
Resistance Becomes Duty!#ChaloJamia
15/01/2020, 12 pm, gate 7. pic.twitter.com/hNxhAOimzj— Faeque | فائق (@Fa__ek) January 14, 2020
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध पूरे देश में हो रहा है और इसमें शुरू से ही छात्र बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। 15 दिसंबर को जब जामिया के छात्र नए संशोधित अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे, दिल्ली पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हिंसा का सहारा लिया था। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कई छात्र और पुलिस अधिकारी घायल हुए थे। छात्रों ने हालांकि आगजनी के आरोपों से इनकार किया था और दावा किया था कि कुछ स्थानीय तत्वों ने उनके विरोध को बाधित किया था और हिंसा में संलिप्त थे।