नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizen Amendment के खिलाफ बुधवार को हजारों लोग असम में सड़कों पर उतरे। राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प से राज्य में अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई है। पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए असम के 10 जिलों में बुधवार शाम सात बजे से इंटरनेट सेवा अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दी जाएगी। इसके अलावा गुवाहाटी में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। कई ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव किया गया है।
पूर्वोत्तर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और रेलवे नाकेबंदी को ध्यान में रखते हुए, एनएफआर (नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे) ने इस क्षेत्र से आने-जाने वाली 30 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) ने एक बयान में कहा, “कई स्थानों पर पथराव के कारण ट्रेन की आवाजाही में व्यवधान” के मद्देनजर ट्रेनों को “रद्द / बदलाव” किया गया है।
बता दें कि सचिवालय के पास प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ भिड़ंत हो गई। गुवाहाटी एयरपोर्ट के बाहर चल रहे उग्र प्रदर्शन के कारण मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल काफी देर तक वहां फंसे रहे। गुवाहाटी (Guwahati) में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े।
लोकसभा में विधेयक पारित होने वाले दिन से ही असम के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। छात्र नेताओं के मुताबिक, सचिवालय के सामने पुलिस की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। प्रशासन या पुलिस के अधिकारियों से पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन खबरें मिली हैं कि गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और जोरहाट जैसे स्थानों पर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
वहीं, दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि नागरिकता विधेयक को लेकर विरोध के मद्देनजर शांति का माहौल सुनिश्चित करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों के पांच हजार जवानों को पूर्वोत्तर भेजा जा रहा है।