राज्यसभा में नागरिकता बिल पर बहस के दौरान RJD सांसद मनोज झा ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बहुमत का सही उपयोग होना चाहिए, देश को बचाने की जरूरत है। देश भर में इस मुद्दे पर हो रहे खर्च को अगर शिक्षा के मद में खर्च किया जाए तो हमारी शिक्षा व्यवस्था सुधर जाएगी, देश काफी आगे बढ़ जाएगा।
जावेद अख्तर-नसीरुद्दीन समेत 727 नामचीन हस्तियों ने चिट्ठी लिखकर किया CAB का विरोध, बताया संविधान विरोधी
गांधी और जिन्ना का जिक्र करते हुए झा ने कहा कि अगर स्वर्ग में जिन्ना और गांधी मिलेंगे तो गांधी को शर्मिंदा होना होगा क्योंकि हम इजराइल की राह पर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को किसी समुदाय से भेदभाव नहीं करना चाहिए। जर्मनी में जब यहूदियों को निकाला गया तो जर्मन वाले भी निकाले गए थे। मुझे पता है कि बिल पास करा लेंगे, लेकिन इतिहास में 10 साल की सरकार दो लाइन में खत्म हो जाती है।
सुनिए मनोज झा का पूरा भाषण:
बता दें कि राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा की शुरुआत करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा था कि, ‘जो अल्पसंख्यक बाहर से हमारे देश में आएं, उन्हें राहत मिली है तीन पड़ोसी मुल्कों से लोग हमारे देश में आए। वहां उन्हें समानता का अधिकार नहीं मिला। वो लोग अपने देश में दर-दर की ठोकरें खा रहे थे। वह लोग उम्मीद लेकर भारत आए थे। यह बिल लाखों लोगों के लिए किसी आशा की किरण जैसा है। ये बिल धार्मिक प्रताड़ितों के लिए है। मैं इस सदन के माध्यम से देश की जनता का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहता हूं। घोषणा पत्र के आधार पर प्रचार होता है. बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में इसका जिक्र किया था। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहे हैं। हमने जनता के बीच इस मुद्दे को रखा था और हमें मिला जनादेश इसपर हामी का सबूत है।’