ईपीएफ घोटाला : प्रमुख ऊर्जा सचिव हटाए गए, केंद्रीय कृषि सचिव मुश्किल में (आईएएनएस असर)

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 लखनऊ, 8 नवंबर, (आईएएनएस)| ऊर्जा विभाग में हुए ईपीएफ घोटाले की गाज प्रमुख सचिव आलोक कुमार पर भी गिरी है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्हें ऊर्जा विभाग से हटाकर अवस्थापना विभाग भेज दिया है।

  जबकि, परिवहन विभाग की जिम्मेदारी देख रहे अरविंद कुमार को अब ऊर्जा विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। आईएएनएस ने बीते दिनों यूपीपीसीएल में ईपीएफ घोटाले का राजफाश किया था, जिसके बाद शासन में हड़कंप मच गया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी। सीबीआई के जांच शुरू करने से पहले फिलहाल ईओडब्ल्यू केस की पड़ताल कर रही है। उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लिमिटेड के बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों के भविष्य निधि घोटाले में अब तक तत्कालीन वित्त निदेशक सुधांशु द्विवेदी, ट्रस्ट सचिव पीके गुप्ता और पूर्व एमडी एपी मिश्र की गिरफ्तारी हो चुकी है।


दरअसल, शासन में बैठे लोगों ने बिजली कर्मचारियों की वर्षों की गाढ़ी कमाई को एक विवादास्पद कंपनी, दीवान हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के हवाले कर दिया था। करीब 2600 करोड़ रुपये डूबती कंपनी में निवेश कर दिए जाने से बिजली कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। घोटाले के खुलासे के बाद हजारों कर्मचारियों और मजदूर यूनियनों की ओर से, इस घोटाले के लिए जिम्मेदार नौकरशाहों पर कार्रवाई का सरकार पर दबाव बनाया गया।

सूत्रों के अनुसार, आलोक कुमार को पद से हटाए जाने के बाद अब केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। ईओडब्ल्यू द्वारा जब्त दस्तावेजों के अनुसार, उप्र काडर के वरिष्ठ आईएएएस अधिकारी, और उप्र के तत्कालीन अतिरिक्त सचिव (ऊर्जा) और उप्र विद्युत निगम लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष संजय अग्रवाल इंप्लाईस ट्रस्ट का नेतृत्व कर रहे थे, जिसमें घोटाला हुआ है।


(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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