बीजेपी (BJP) की एक सहयोगी पार्टी है शिरोमणि अकाली दल (shiromani akali dal) ये काफी लंबे समय से बीजेपी के साथ है। लेकिन अब दोनों के संबंध में खटास आने लगी है। दरअसल केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने मोदी कैबिनेट से कल इस्तीफ़ा दे दिया था।
उनका ये इस्तीफा तीन अध्यादेशों के ख़िलाफ़ है। उत्पाद, व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020, किसान सशक्तीकरण और संरक्षण अध्यादेश और आवश्यक वस्तु (संशोधन)।
अकाली दल (Akali Dal) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) का कहना है कि ‘उनकी पार्टी से इन अध्यादेशों को लेकर संपर्क नहीं किया गया’। हरसिमरत कौर ने इन अध्यादेशों लेकर आपत्ति जताई थी और कहा था कि ‘पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) के किसान इससे ख़ुश नहीं हैं।’
अनपे पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने ट्वीट किया “मैंने केंद्रीय मंत्री पद से किसान विरोधी अध्यादेशों और बिल के ख़िलाफ़ इस्तीफ़ा दे दिया है। किसानों की बेटी और बहन के रूप में उनके साथ खड़े होने पर गर्व है।”
I have resigned from Union Cabinet in protest against anti-farmer ordinances and legislation. Proud to stand with farmers as their daughter & sister.
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) September 17, 2020
बता दें कि बीते 10 सितंबर को किसान कुरुक्षेत्र जिले में कृषि संबंधी विधेयकों के खिलाफ सड़क पर उतर कर रैली कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें रोका था और उनपर लाठीचार्ज भी किया गया था। इसमे कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके विपक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार किसानों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
इन सब के बाद अब खबर आ रही है कि दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) और उनकी पार्टी पर दबाव पड़ रहा है। असल में हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर (Manohar lal khattar) के नेतृत्व वाली सरकार को जेजेपी (JJP) का भी सहयोग है।
वहां गठबंधन की सरकार है। जेजेपी का राजनीतिक आधार ग्रामीण किसानों पर टिका है। चौधरी देवीलाल (Chaudhary Devi Lal) किसान नेता के तौर पर देश भर में जाने जाते थे।
इस सारे घटना के बाद दुष्यंत चौटाला के छोटे भाई दिग्विजय चौटाला ने माफी मांगते हुए कहा कि ‘किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर जेजेपी माफी मांगती है। जेजेपी हमेशा किसानों के साथ है और किसानों के हित की बात पार्टी के लिए सबसे ऊपर है।’
इस बीच यह खबर आ रही थी कि दुष्यंत चौटाला अपने पद से इस्तीफा देंगे। चौटाला के एक करीबी ने न्यूज्ड से बातचीत के दौराने बताया कि ये सरासर अफवाह है। उन्होंने कहा कि “दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की खबर बिल्कुल भी सच नहीं है। यह एक अफवाह है। फिलहाल उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री दोनो अभी मीटिंग कर रहे हैं।”