उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए अपराधियों के साथ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। गुरुवार को शासन ने बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के पांच गुर्गों सहित सात का नैनी सेंट्रल से ट्रांसफर कर दिया गया है। प्रशासनिक आधार पर जेल के नियमों के तहत ये कदम उठाया गया है।
प्रयागराज के जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी के जारी किए गए आदेश पर अतीक के गुर्गों को अलग-अलग जेल में भेजा गया। यूपी पुलिस पिछले दिनों राज्य में बढ़ते अपराध रोकने में पूरी तरह नाकाम दिखी है। अतीक के गुर्गे सलमान और फारुख को नैनी सेंट्रल जेल से जिला कारागार कौशांबी ट्रांसफर किया गया है। वहीं, अकरम को नैनी सेंट्रल जेल से बांदा जिला जेल भेजा गया है।
अशरफ और फरहान को जिला जेल चित्रकूट ट्रांसफर किया गया है। जबकि अतीक गैंग के बच्चा पासी को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जिला, पंकज को मिर्जापुर जेल ट्रांसफर किया गया है। मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक इन सभी पर प्रशासन के विरुद्ध उकसाने व गुटबाजी करने का आरोप लगा है।
इसके अलावा, जेल नियमों के तहत तलाशी लेने का भी इन सभी कैदियों ने पुरजोर विरोध किया था। कैदियों पर यह भी आरोप लगा है कि वे जेल में मौजूद बाकी कारागार कर्मियों को धमकाते थे। इसलिए प्रशासन ने सभी कैदियों को सुरक्षा व्यवस्था के साथ सभी को अलग-अलग जेलों में भेजा।
आपको बता दें कि बीते हफ्ते ही पुलिस ने प्रयागराज में अतीक अहमद समेत 5 लोगों के खिलाफ रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया गया था। ये मामला प्रॉपर्टी डीलर मोहम्मद जैद की तरफ से दर्ज कराया गया है। अतीक अहमद के मिलीभगत पर उसके गुर्गों ने प्रॉपर्टी डीलर को अगवा कर 15 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी।
इसके साथ ही देवरिया जेल में मारपीट मामले के में दर्ज मुकदमे की पैरवी न करने की धमकी भी दी थी। 22 नवंबर 2019 को अगवा कर रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप लगा है। अतीक अहमद और उसके गुर्गों आशिक उर्फ मल्ली, मोहम्मद उमर उर्फ मक्खी, अली अहमद और सद्दाम के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।